तमिलनाडु के कई जिलों में बारिश का कहर लगातार जारी है. चेन्नई और उसके आसपास के जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश के बाद जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. चेन्नई में पिछले चार दिन से लगातार बारिश हो रही है. चेन्नई, चेंगलपेट, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और विल्लपुरम में कई जगह बाढ़ जैसी स्थितियां बन गई हैं. बारिश के लिहाज से मौसम विभाग ने 10 और 11 नवंबर को सबसे भारी दिन बताया था. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के अवदाब में तब्दील होने के कारण अगले दो दिनों के दौरान तमिलनाडु में बारिश कम होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में बना कम दबाव का क्षेत्र पश्चिमी-उत्तरीपश्चिमी दिशा में बढ़ गया है और अवदाब बना चुका है. चेन्नई के कई इलाकों में पानी भरा हुआ है. चेन्नई कॉरपोरेशन ने पानी की निकासी के लिए करीब 500 बड़े पंप लगाए हैं.
आखिर क्यों हो रही इतनी भीषण बारिश
चेन्नई का मानसून खासतौर पर नॉर्थ ईस्ट के मानसून पर निर्भर करता है. शहर में अक्टूबर से दिसंबर के बीच इस मानसून के चलते खासतौर पर बारिश होती है. मध्य अक्टूबर से शुरू होने वाली पूर्वी हवा आमतौर पर 10 से 20 अक्टूबर के बीच शुरू होती है. इसे नॉर्थ ईस्ट मानसून कहा जाता है, जो कि तमिलनाडु का प्राथमिक मानसून भी होता है. इस मानसून के चलते तमिलनाडु में पर्याप्त बारिश होती है, हालांकि तमिलनाडु के अलावा देश के अन्य राज्य दक्षिण पश्चिम मानसून पर निर्भर होते हैं, जिसकी शुरुआत मई, जून और जुलाई से होती है.
तमिलनाडु के 9 जिलों में आज भी बंद की घोषणा
तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. चेन्नई समेत कई जिलों में बारिश के कारण हालात खराब हैं. राज्य के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने जानकारी दी है कि अब तक बारिश जनित घटनाओं में प्रदेश में 12 लोगों की मौत हुई है. प्रदेश सरकार ने 9 जिलों में 10 और 11 नवंबर को अवकाश की घोषणा की है. इस दौरान सभी सरकारी कार्यालय और अन्य ऑफिस बंद रहेंगे. इन जिलों में चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवलूर, चेंगलपट्टू, कुड्डालोर, नागपट्टिनम, थंजावुर, तिरुवरूर और मालियादुथरई शामिल हैं.
Source : News Nation Bureau