तथागत रॉय की BJP में वापसी बदलेगी बंगाल का चुनावी माहौल, दीदी की बढ़ी टेंशन !

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अभी वक्त बाकि है, लेकिन सियासत पूरे शबाब पर है. तथागत रॉय ने जल्द ही बीजेपी ज्वॉइन करने का ऐलान किया हैं

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Shailendra Kumar
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Tathagata Roy

तथागत रॉय( Photo Credit : फाइल फोटो)

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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अभी वक्त बाकी है, लेकिन सियासत पूरे शबाब पर है. मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय (Tathagata Roy) ने बंगाल की सक्रिय राजनीति में वापसी इच्छा जताई हैं. तथागत रॉय ने जल्द ही बीजेपी (BJP) ज्वॉइन करने का ऐलान किया हैं. उनका यह ऐलान बंगाल में बीजेपी को सत्ता पाने में एक महत्वपूर्ण रास्ता साबित हो सकते हैं. बीजेपी संगठन में उनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है. ऐसे में हर किसी की निगाहें अब बंगाल में अगले साल होने वाले चुनाव पर टिकी हैं. रॉय उत्तर पूर्व में तीन राज्यों के राज्यपाल रहे चुके हैं. इसके अलावा रॉय 2002 - 2006 से बीजेपी की बंगाल इकाई के अध्यक्ष और 2002 से पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के तौर पर काम कर चुके हैं. 

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तथागत रॉय की बीजेपी में वापसी के मायने

माना जाता है कि नेता के राज्यपाल बनने से वह सक्रिय राजनीति से दूर हो जाता है. वह किसी पार्टी का प्रधिनित्व नहीं करता हैं. नेता के राज्यपाल बनने के बाद राजनीतिक से उसका सन्यास मान लिया जाता है, लेकिन मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने जिस तरह से बीजेपी में वापसी और पंश्चिम बंगाल की सक्रिय राजनीति करना चाहते हैं. वहीं, तथागत रॉय के जमाने में बीजेपी खुद की ज़मीन तलाश रही थी, लेकिन अब पार्टी ने मजबूती से पैर जमा लिए हैं. रॉय के समय पार्टी को सिर्फ 5 फीसदी लोगों का समर्थन था. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 42 में से 18 सीटों पर जीत मिली. बीजेपी को ये कामयाबी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में मिली. माना जाता है कि रॉय की वापसी से बीजेपी में खींचतान मच सकती है. दरअसल पहले से ही दिलीप घोष और मुकुल रॉय के बीच सब कुछ ठीक नही चल रहा है. 

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वहीं, माना जा रहा है कि तथागत रॉय की बीजेपी में वापसी से न केवल जमीनी स्तर पर संगठन मजबूत होगा. बल्कि विरोधियों को पस्त करने में एक अहम रणनीतिकार साबित हो सकते है. बीजेपी बंगाल विधानसभा चुनाव में उनके राजनीतिक अनुभव का पूरा लाभ उठाना चाहेगी. बंगाल की सियासत में अच्छी पकड़ होने की वजह से ममता को सत्ता से हटाने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं.

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राजनीति में सक्रिय होने से परेशान होंगी ममता

पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय की राजनीति में वापसी से पंश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी(CM Mamta Banerjee) कुछ हद तक परेशान हो सकती हैं, क्योंकि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधानसभा चुनाव में अपनी टक्कर सीधे बीजेपी से मान रही है. बंगाल की सियासत में बीजेपी जिस तरह से सक्रिय हुई है. उससे तो तृणमूल कांग्रेस के सामने केवल बीजेपी ही एक मात्र टक्कर देती हुई राजनीति पार्टी दिखाई दे रही है. वहीं, 72 साल के तथागत रॉय की वापसी से बीजेपी और मजबूत होगी. क्योंकि तथागत रॉय की छवि बेदाग मानी जाती है. वह मतदाओं में अच्छी पकड़ रहते हैं.

बीजेपी उनको ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस जिन इलाकों में कमजोर होगी, वहां की जिम्मेदारी दे सकती है. जो ममता बनर्जी के लिए सिरदर्द साबित हो सकता है. क्योंकि बीजेपी ममता बनर्जी पर पहले से ही आक्रमक रुख अख्तियार किये हुए है. बीजेपी कोई भी मौका ममता सरकार को नहीं देना चाहती. वह हरहाल में इसबार पंश्चिम बंगाल में सरकार बनाना चाहती है.

Source : News Nation Bureau

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