राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी संसद भवन के अंदर विरोध प्रदर्शन कर रहे टीडीपी सांसदों को आखिर में मार्शलों ने बलपूर्वक संसद भवन से बाहर कर दिया है। ये सांसद कार्यवाही स्थगित होने के घंटों बाद भी संसद के अंदर धरना दे रहे थे।
गुरुवार को राज्यसभा में कार्यवाही स्थगित होने के बाद टीडीपी सांसदों ने सदन के अंदर ही धरना देने का फैसला किया था। इस दौरान राज्यसभा के मार्शलों ने भी सांसदों से सदन को छोड़ने को कहा था लेकिन इसके बाद भी वह भवन के अंदर ही जमे रहे।
इस दौरान सांसदों ने हाथों में पोस्टर लेकर नारे भी लगाए। सांसदों ने इस दौरान कहा था कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती है वह सदन से बाहर नहीं निकलेंगे। सांसदों में वाईएस चौधरी, जी मोहन राव, सीएम रमेश, तोटा सीता रामलक्ष्मी और रवींद्र कुमार डेरा जमाए हुए थे।
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इन सांसदों ने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात का समय मांगा है। हालांकि इस बात की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि बजट सत्र खत्म होने से पहले टीडीपी सांसद इस्तीफे की पेशकश भी कर सकते हैं।
आंध्र प्रदेश के लिए स्पेशल पैकेज और विशेष दर्जे की मांग को लेकर टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस लगातार संसद के भीतर और बाहर प्रदर्शन कर रही है।
बता दें कि टीडीपी पिछले 15 दिनों से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश कर रही है। लेकिन पार्टी को अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है।
बजट सत्र के दौरान विरोध प्रदर्शन में टीडीपी के दो केंद्रीय मंत्री पहले ही इस्तीफा दे चुक हैं और टीडीपी ने भी केंद्र सरकार से खुद को अलग कर लिया है।
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Source : News Nation Bureau