एनडीए से अलग होने के अटकलों के बीच आंध्र प्रदेश के अमरावती में तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो गई है।
मीटिंग में फिलहाल एनडीए से अलग नहीं होने का फैसला लिया गया है लेकिन टीडीपी ने साफ कर दिया है कि बजट में आंध्र प्रदेश सरकार को फंड नहीं मिलने पर केंद्र सरकार पर पार्टी दबाव बनाएगी।
गौरतलब है कि साल मोदी सरकार के पेश किए गए आखिरी पूर्ण कालिक बजट में आंध्र प्रदेश को उचित फंड नहीं मिलने पर टीडीपी नाराज थी जिसके बाद पार्टी नेताओं और सांसदों की बैठक बुलाई गई थी। यह बैठक राज्य के सीएम चंद्र बाबू नायडू ने बुलाई थी।
बैठक के बाद पार्टी के नेता वाईएस चौधरी ने कहा, सीएम चंद्र बाबू नायडू ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से कोई बात नहीं की है और न ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से इसको लेकर कोई बातचीत हुई है।
चौधरी ने कहा, मीटिंग में आंध्र प्रदेश को बजट में उचित फंड नहीं मिलने पर चर्चा हुई। हम केंद्र सरकार पर फंड के लिए लगातार दबाव बनाएंगे और इस संसद में भी उठाएंगे।
बीते दिनों शिवसेना ने एनडीए से अपनी राह अलग करते हुए साल 2019 के लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
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इसके बाद से ऐसे ही संकेत टीडीपी की तरफ से भी मिले जिसके बाद यह आशंका जताई जा रही थी कि चंद्र बाबू नायडू भी एनडीए का साथ छोड़ सकती है।
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Source : News Nation Bureau