Advertisment

तीस्ता सीतलवाड़ की गिरफ्तारी को लेकर UN की टिप्पणी पर भारत का करारा जवाब

तीस्ता सीतलवाड़ पर हो रही न्यायिक कारवाई के खिलाफ ONHCR को बयान देना महंगा पड़ा है. यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट के हाई कमिश्नर ऑफिस ने तिस्ता के खिलाफ हो रही कारवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
un building

तीस्ता की गिरफ्तारी को लेकर UN की टिप्पणी पर भारत का करारा जवाब( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

तीस्ता सीतलवाड़ पर हो रही न्यायिक कारवाई के खिलाफ ONHCR को बयान देना महंगा पड़ा है. यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट के हाई कमिश्नर ऑफिस ने तिस्ता के खिलाफ हो रही कारवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. बयान में संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत मैरी लौलर ने गिरफ्तारी पर गहरी चिंता जताई थी और जारी बयान में कहा गया था कि तीस्ता और दो अन्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई एक्टिविस्ट के खिलाफ प्रताड़ना की कारवाई है. ONHCR के इस बयान को सिरे से खारिज करते हुए भारत ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है.

यह भी पढ़ें : अगर बागी विधायकों ने BJP को दिया धोखा तो क्या करेंगे देवेंद्र फडणवीस?

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह बयान अस्वीकार्य और भ्रमित करने वाला है. भारत ने यूएन ह्यूमन राइट कमीशन को हिदायत दी है कि वह भारत के न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप ना करे. साथ ही भारत ने ONHCR के इस कृत्य की भर्त्सना की है.

यह भी पढ़ें : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का बयान, कानून को अपने हाथ में लेना निंदनीय

क्या है पूरा मामला?

पिछले शनिवार 25 जून को गुजरात एटीएस ने सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार तीस्ता सीतलवाड को मुंबई से गिरफ्तार किया. तीस्ता गुजरात दंगों के पीड़ितों की लड़ाई लड़ने का दावा करती रही हैं. तीस्ता और उसके पति जावेद आनंद पर आरोप है कि दंगा पीड़ितों की मदद के नाम पर दंपति ने बड़े पैमाने का धन जुटाया और धोखाधड़ी की.

INDIA UN Teesta Setalvad teesta setalvad news hindi
Advertisment
Advertisment