हैदराबाद में फर्जी ऐप के जरिए लोन देने के कई मामले सामने आने के बाद इन कंपनियों पर लगाम लगाने की कोशिश हो रही है. तेलंगाना पुलिस ने गूगल (Google) से प्ले स्टोर पर मौजूद फर्जी लोन देने वाली 158 ऐप को को ब्लॉक करने की अपील की है. बता दें कि स्थानीय पुलिस ने फर्जी ऐप के जरिए लोने देने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया था. तेलंगाना पुलिस ने रविवार को कहा था कि उसने मोबाइल ऐप के जरिए तुरंत ऋण देने वाली कंपनियों पर कार्रवाई जारी रखते हुए पुणे स्थित एक कॉलसेंटर का भंडाफोड़ किया है.
यह भी पढ़ें: 'पश्चिम बंगाल को कंपनी की तरह चला रहे बुआ-भतीजा'
मोबाइल ऐप के जरिए तुरंत ऋण देने वाली कंपनियों पर कार्रवाई में चीनी नागरिक सहित तीन गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि इस कॉल सेंटर का इस्तेमाल ऐप के जरिये ऋण लेने वालों से वसूली करने के लिए उनका उत्पीड़न करने में किया जाता है. इस मामले में एक चीनी महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि तीनों की गिरफ्तारी हैदराबाद के एक व्यक्ति की शिकायत पर की गई, जिसके मुताबिक ऑनलाइन ऋण ऐप कंपनी ऊंचे ब्याज दर पर कर्ज की रकम लौटाने का दबाव बनाने के लिए उसका उत्पीड़न कर रही थी. उन्होंने बताया कि इस मामले में शुक्रवार तक एक चीनी महिला सहित चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हैदराबाद पुलिस ने 14 लोगों की गिरफ्तारी के बाद 42 ऐप को हटाने के लिए याचिका दायर की है. वहीं साइबराबाद पुलिस ने भी 116 ऐप्स की लिस्ट भेजी है. हैदराबाद पुलिस के जॉइंट कमिश्नर अविनाश मोहांती का कहना है कि इस संबंध में गूगल की तरफ से प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी के इटली दौरे पर बवाल, बीजेपी का तंज तो सुरजेवाला ने दिया जवाब
गौरतलब है कि पुलिस ने पिछले एक महीने में ऐसी ऐप आधारित कंपनियों के उत्पीड़न से कथित तौर पर तंग आकर एक इंजीनियर सहित तीन लोगों द्वारा आत्महत्या करने की घटना के बाद यह कार्रवाई शुरू की. पुलिस आयुक्त महेश एक भागवत ने बताया कि जिन लोगों को हाल में गिरफ्तार किया गया है, उनमें पुणे से संचालित कॉलसेंटर का निदेशक, उसकी पत्नी, जो चीन की नागरिक है और एक एचआर (ह्यूमन रिसोर्स) मैनेजर शामिल है. पुलिस ने बताया कि कॉलसेंटर में इस समय 650 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिन्हें ऋण लेने वाले लोगों, उनके रिश्तेदारों एवं दोस्तों को अपने निजी मोबाइल फोन से कॉल कर ब्याज सहित ऋण चुकाने के लिए दबाव बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. (इनपुट भाषा)