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घने जंगलों के कारण लापता सुखोई को खोजने में आ रही दिक्कतें

मंगलवार (23 मई) को लापता हुए भारतीय वायु सेना के फाइटर विमान सुखोई की खोज में मौसम के कारण दिक्कतें आ रही हैं।

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pradeep tripathi
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घने जंगलों के कारण लापता सुखोई को खोजने में आ रही दिक्कतें
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मंगलवार (23 मई) को लापता हुए भारतीय वायु सेना के फाइटर विमान सुखोई की खोज में मौसम के कारण दिक्कतें आ रही हैं। इस फाइटर को खोजने में इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल से लैस सी-130 हवाई जहाज़ लगाए गए हैं।

सुखोई ने आईएएफ के तेजपुर अड्डे से उड़ान भरी और यह अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा से 172 किमी दूरी पर था। विमान अपने नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था।

भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का सुखोई-30 लड़ाकू विमान भारत-चीन सीमा के पास असम में मंगलवार सुबह लापता हो गया। इस विमान में दो पॉयलट सवार थे। विमान का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है।

लापता हुए विमान में दो पायलट सवार थे और की खोज में फाइटर को खोजने में इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल से लैस सी-130 हवाई जहाज़ और हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं।

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लेकिन क्षेत्र में काफी घना जंगल होने के कारण वहां विमान को खोजने में दिक्कतें आ रही हैं।

इस विमान ने 9.30 बजे तेजपुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी, लेकिन चीन से लगे सीमावर्ती इलाके में अरुणाचल प्रदेश के डोलसांग इलाके में विमान का राडार व रेडियो संपर्क टूट गया। यह तेजपुर से 60 किमी उत्तर में है।

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Source : News Nation Bureau

Tezpur missing sukhoi
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