सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को यहां कहा कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद(जेईएम) के आतंकवादी शिविरों को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. इन शिविरों को फरवरी में भारतीय हवाई हमले में नष्ट कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि करीब 500 आतंकवादी भारत में घुसपैठ के इंतजार में हैं और पाकिस्तान सेना उन्हें क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग के जरिए मदद करने की कोशिश कर रही.
रावत ने यहां ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में संवाददाताओं से कहा, 'हाल ही में पाकिस्तान द्वारा बालाकोट के शिविरों को फिर से सक्रिय किया गया है.'
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वह जेईएम आतंकवादी शिविरों का जिक्र कर रहे थे, जिन्हें भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी को निशाना बनाया था. यह हमला 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के जवाब में किया गया था.
शिविरों पर किए गए हमलों में मारे गए आतंकवादियों को लेकर अलग-अलग विवरण हैं. लेकिन आईएएफ ने कहा कि वह हताहतों की संख्या की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं है.
जनरल रावत ने कहा कि बालाकोट के हालिया घटनाक्रम से जाहिर होता है कि आईएएफ ने वहां आतंकवादी शिविरों को तबाह किया है.
पाकिस्तान का दावा है कि निशाना बनाई गई जगह पर कोई आतंकवादी शिविर नहीं था, लेकिन भारत ने वहां हुए नुकसान पर टेक्निकल साक्ष्य दिए थे.
रावत ने कहा कि भारत में घुसपैठ करने के लिए लगभग 500 घुसपैठिए तैयार हैं.
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उन्होंने कहा कि घुसपैठिए मौसम के आधार पर घुसपैठ करने की जगह को बदलते रहते हैं.
सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को हमारे क्षेत्र में प्रवेश कराने के लिए संघर्ष विराम का उल्लंघन करता है और हम इससे निपटना जानते हैं.
रावत ने कहा कि सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर और अधिक सैनिकों को तैनात किया है.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी शिविरों को फिर से सक्रिय कर दिया
- भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी को निशाना बनाया था
- आईएएफ ने वहां आतंकवादी शिविरों को तबाह किया है