एटीएस (ATS) की कस्टडी में आतंकी सैफुल्लाह (terrorist Saifulla) नए-नए राज खोल रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा बताया जा रहा है कि बीते 5 साल से वह इंटरनेट के जरिए आतंकी गतिविधियों की जानकारी ले रहा था. वह आतंकी संगठनों से प्रभावित था क्योंकि वह भारत को इस्लामिक देश बनाने का सपना देख रहा था. करीब ढाई साल पहले सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों के ग्रुप से जुड़ गया. सैफुल्लाह के अनुसार, उसके संपर्क में अधिक संख्या में युवा थे कुछ फतेहपुर कानपुर प्रयागराज के युवा संपर्क में थे. उत्तर प्रदेश के अलावा झारखंड महाराष्ट्र, कश्मीर और गुजरात में भी आतंक से जुड़े सक्रिय लोगों की पुष्टि की है. सैफुल्ला उर्फ हबीबुल ने इनमें से 8 लोगों के नाम एटीएस को बताए हैं. गौरतलब है कि सैफुल्लाह 12 दिन की कस्टडी रिमांड में हैं.
बेटे की हरकत पर शर्मसार
सैफुल्ला के पिता का कहना है कि वह बेटे की हरकत से शर्मसार हैं. उन्हें इस तरह की सूचना आठ दिन पहले ही मिल गई थी कि उनका बेटा किसी आतंकी साजिश में संलिप्त है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सैफुल्ला उनके लिए मर चुका है. उनके तीन बेटे हैं. उन्हें इस बात पर भरोसा नहीं था कि उनका बेटा कभी आतंकी गतिविधियों जुड़ेगा. उन्होंने कि बेटा पूरी दिन मोबाइल पर लगा रहता था. उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था. इस हरकत के कारण उसे घर से निकाल दिया था.
पिता के घर से निकलने के बाद आता था घर
सैफुल्ला के दोस्त ने बताया कि घर से निकाल देने के बावजूद वह चोरी छिपे लौटकर घर आता था. इसके साथ कुछ दोस्तों से भी मिलता था. शाम होने के बाद दोस्तों के घर पर ही रुक जाता. दोस्तों को वह अपने बारे कुछ नहीं बताता था. वह अपने पास एक बैग रखता था और हर समय मोबाइल में लगा रहता था.
HIGHLIGHTS
- 12 दिन की कस्टडी रिमांड में है सैफुल्लाह
- पिता का कहना है कि वह बेटे की हरकत से शर्मसार हैं
- सैफुल्ला ने 8 लोगों के नाम एटीएस को बताए हैं