जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में सेना शिविर पर हमला करने वाले आतंकियों ने पहली बार साइलेंसर लगे हथियारों का इस्तेमाल किया था। आतंकियों ने पहली बार ऐसी रणनीति को अपनाया है। गौरतलब है कि 29 नवंबर को सेना के शिविर में आतंकी घुस गए थे।
ये भी पढ़ें: नागरोटा और साम्बा में हुए आतंकी हमलों की जांच करेगा एनआईए
सूत्रों के मुताबिक, सेना के शिविर में घुसने से पहले एक आतंकवादी ने पहरेदार को मारने के लिए साइलेंसर लगे हथियार से गोली चलाई थी। ऐसे में गोली चलने की आवाज़ तो नहीं आई, लेकिन पहरेदार के झुरमुट (पेड़-पौधे) में गिरने की आवाज़ से शिविर में मौजूद सेना चौकन्नी हो गई। फिर दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई थी।
इस आतंकी हमले में दो अधिकारियों समेत सेना के सात जवान शहीद हो गए थे।
ये भी पढ़ें: पीओके के नेता का दावा, LoC पार करने वाले आतंकी को 1 करोड़ रुपये देता है पाकिस्तान
Source : News Nation Bureau