जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं. आतंकवादी गतिविधियों में कमी दर्ज की गई है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह (J&K DGP Dilbagh Singh) ने कहा है कि आतंकवादी गतिविधियों में 60 प्रतिशत की कमी आई है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आतंकवादियों की संख्या में कमी आई है.
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया, 'अगर आप 2019 के पहले महीने की तुलना 2020 के पहले महीने से करेंगे तो आप पाएंगे कि आतंकवाद से संबंधित अपराधों में 60% की कमी आई है. हम इस आगे भी बनाए रखना चाहते हैं.हम लोग अलग-अलग स्तर पर शांति बनाए रखने की कोशिशों को और मज़बूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.'
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30 सालों में उग्रवाद से कई लोगों की गई जान
उन्होंने आगे बताया, 'आतंकवादियों (militants) की संख्या में काफी कमी आई है. हम शांति के उपायों को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं. पिछले 30 वर्षों में उग्रवाद के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. इस सब में अब कमी आई है.'
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हाल ही में उत्तरी सेना कमांडर जनरल वाई के जोशी ने बताया था कि पिछले छह महीनों में कश्मरी में हिंसा और पथराव की घटनाओं में भारी गिरावट आयी है. उन्होंने कहा कि घाटी में शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने में सेना अपनी भूमिका निभा रही है.
भारत आतंकवाद के खिलाफ ढाल की तरह है खड़ी
उन्होंने कहा था कि भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि सेना पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ ‘एक ढाल की तरह खड़ी है.’ लेफ्टिनेंट जनरल जोशी ने कहा, ‘हम सतर्क हैं और एलओसी पर दुश्मनों के खिलाफ चौकसी बढ़ा रखी है.’
आपको बता दें कि धारा 370 छह महीने पहले हटाई जा चुकी है. 5 अगस्त 2019 को धारा 370 को हटाया गया था. माना जा रहा है कि इसी के बाद से पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी देखने को मिल रही है.