भारतीय सेना को जल्द ही नई कॉम्बेट यूनिफॉर्म मिलने वाली है. खास बात ये है कि इस नई यूनिफॉर्म का दुरुपयोग न हो, इसके लिए पहले से ही सेना ने पूरे देश में कैंपेन चलाना शुरू कर दिया है. फिलहाल ये कैंपेन जम्मू कश्मीर में शुरू किया है, जो आतंकी गतिविधियों के लिहाज से काफी संवेदनशील है और यहां कई बार आतंकी सेना की यूनिफॉर्म का दुरुपयोग भी कर चुके है. इसी को देखते हुए सेना अब जम्मू के नगरोटा में कैंटोनमेंट और छावनी सहित ओपन मार्केट में सैन्य साजो सामान बेचने वाले दुकानदारों और टेलर को नई यूनिफॉर्म को खरीदने और बेचने के साथ उससे जुड़े संवेदनशीलताओं की जानकारी देना शुरू हो कर दी है.
सेना की मिलट्री पुलिस नई यूनिफॉर्म के सैंपल के साथ अलग-अलग जगह पहुंच रही है. सेना कॉम्बेट यूनिफॉर्म को पेटेंट कराने को लेकर इंटेलैक्चुयल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर) के तहत पहले ही आवेदन दे चुकी है. ऐसे में इस बात की जानकारी भी सभी दुकानदारों और टेलर को दी जा रही है.
फिलहाल, जो सेना यूनिफॉर्म इस्तेमाल कर रही है उसका इस्तेमाल आतंकी पठानकोट एयरबेस में हुए हमले से लेकर जम्मू और कश्मीर में किए गए कई आतंकी हमले में कर चुके है. सेना को इस बारे में भी जानकारी है कि कैंटोनमेंट में दुकान चलाने वाले लोग कई बार बिना आइडेंटिटी कार्ड देखे बगैर भी आम लोगों को सेना की वर्दी दे देते हैं, जिसका फायदा कई बार एंटी सोशल एलिमेंट भी उठा चुके हैं. ऐसे में मिलिट्री पुलिस दुकानदारों को लगातार आतंकी द्वारा यूनिफॉर्म के गलत इस्तेमाल को लेकर भी आगाह कर रही है.
वही, जानकारी के मुताबिक सेना में इस वक्त करीब 11 लाख सैनिक है, जिन्हें अगले कुछ सालों में ये नई यूनिफॉर्म मिल जाएगी. नई यूनिफॉर्म की खास बात ये है की ये यूनिफॉर्म डिजिटल पेटर्न पर तैयार की गई है. सेना की ये नई कॉम्बैट वर्दी बेहद ही हल्की होने के साथ-साथ बेहद मजबूत है.
Source : Shahnwaz Khan