मणिपुर विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह आज अपना बहुमत साबित करेंगे। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी 21 सीटें जीत कर दूसरे नंबर पर है। बीजेपी अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन कर 32 विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपा था।
11 मार्च को घोषित चुनाव परिणामों में मणिपुर की 60-सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 28 सीटों के साथ पहले स्थान पर था। बीजेपी को सिर्फ 21 सीटें मिल पाई थीं। जिसके बाद बीजेपी ने अन्य पार्टियों के समर्थन का पत्र सौंपा था।
पत्र मिलने के बाद राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया। इसके बाद बुधवार, 15 मार्च को बीजेपी नेता एन बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और एनपीपी नेता यूमनाम जयकुमार सिंह को डिप्टी सीएम के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
गोवा के बाद मणिपुर दूसरा ऐसा राज्य बना, जहां विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद सबसे बड़े दल के रूप में नहीं उभरने के बावजूद बीजेपी की गठबंधन सरकार बन गई है।
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मणिपुर एवं गोवा में सरकार बनाने के प्रयासों को लेकर कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए बीजेपी ने कहा था कि कांग्रेस पर्याप्त संख्याबल जुटाने में विफल रही तथा अपने पूर्व के कर्मों के कारण उसे विरोध करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं।
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इससे पहले केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने संसद परिसर में कहा था, 'कांग्रेस ने विगत में कई बार अधिकारों और अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग कर गैर-कांग्रेसी सरकार को गिराया है। उसने सबसे बड़े दल को सरकार नहीं बनाने दी। उनके पास आलोचना करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।'
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Source : News Nation Bureau