रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शुक्रवार को दिल्ली में थल सेना भवन (Thal Sena Bhawan) का भूमि पूजन किया. भूमि पूजन से पहले सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया. 7.5 लाख वर्ग मीटर में फैले इस भवन को प्रेस्टीजियस बिल्डिंग मापदंडों पर बनाया जाएगा. इसमें सेना (Army) और नागरिक प्रशासन से जुड़े अधिकारियों के लिए 1684 कार्यालय बनाए जाएंगे. साथ ही आवासीय परिसर भी विकसित किया जाएगा. अपने किस्म का यह देश भर में सबसे बड़ा थल सेना भवन होगा. अनुमान जताया गया है कि इसका निर्माण पांच साल में पूरा होगा. इसके साथ ही इसके निर्माण से दसियों हजार लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
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सशक्त भारत का प्रतीक थल सेना भवन
भूमि पूजन के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा आज महाशिवरात्रि का पर्व है. आज इस पर्व के अवसर पर सेना भवन का शिलान्यास हो रहा है. इस मौके पर हार्दिक शुभकामनाएं.
सभी प्रमुख धर्म के सभी धर्मगुरु यहा मौजूद थे जिन्होंने शिलान्यास करने में मदद की. सभी को शुभकामनाएं. देख लें अब यह कमजोर नहीं सशक्त भारत बन चुका है, जिसका श्रेय आप जवानों को जाता है. अभी आठ स्थानों पर सेना के कार्यालय थे जिससे लगभग 3 से 4 हजार वाहन इन कार्यालयों तक जाते थे. आप समझ सकते हैं कि कितना खर्च होता होगा.
नये सेना भवन के बन जाने से इन सबसे निज़ात मिल जाएगा. इसी के आसपास सेना और सेना के अधिकारी रहते हैं. मॉर्निंग वॉक करते सेना भवन पहुच सकते हैं जिससे प्रदूषण से भी निजात मिलेगी. डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स भी यहीं से चलेगा. जो जोइंटनेस कि तरफ हम बढ़ रहे है उसी को ध्यान में रखकर CDS का चयन हुआ है.
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5 साल में बनकर तैयार होगा
सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थल सेना भवन में 1684 कार्यालय बनाए जाएंगे, जिनमें सेना और नागरिक प्रशासन से जुड़े अधिकारी बैठ सकेंगे. इसके अलावा 4330 की संख्या में स्टाफ के लिए भी भवनों और आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. भवन के निर्माण में पांच साल का समय लगेगा. इसके निर्माण से 2 लाख घंटे का रोजगार पैदा होगा. इससे दसियों हजार लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
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4 हजार गाड़ियां हो सकेंगी पार्क
एनएच 44 से लगी परेड रोड लिंक रोड से सटे इस इलाके में बन रहे थल सेना भवन में प्रवेश के लिए तीन द्वार होंगे. 39 एकड़ में फैले सेना भवन में चार हजार गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी. थल सेना भवन की सुरक्षा में तैनात रहने वाले ढाई सौ जवानों की रिहाइश की व्यवस्था भी यहां की जा रही है. पूरी इमारत भूकंप रोधी होंगी, जिनका निर्माण प्रेस्टीजियस बिल्डिंग मापदंडों के अनुकूल किया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- 7.5 लाख वर्ग मीटर में फैला होगा थल सेना भवन.
- थल सेना भवन में प्रवेश के लिए तीन द्वार होंगे.
- भवन के निर्माण में पांच साल का समय लगेगा.