पिछले महीने कोवैक्सिन की एक खुराक लेने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि करने के तुरंत बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि विज ने सिर्फ पहली खुराक ली थी, जबकि वैक्सीन दो-खुराक की है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, 'वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के कुछ तय दिनों के बाद ही किसी व्यक्ति में संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी का निर्माण होता है. चूंकि, यह दो खुराक वाली वैक्सीन है, मंत्री ने वैक्सीन की सिर्फ एक खुराक ली है.'
इस वैक्सीन ट्रायल में स्वयंसेवकों को लगभग 28 दिनों के भीतर दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन लेने होते हैं. प्रतिभागियों को रैंडम तौर पर कोवाक्सिन या प्लेसिबो प्राप्त करने के लिए असाइन किया गया है. परीक्षण डबल-ब्लाइंड है, जैसे कि जांचकर्ताओं, प्रतिभागियों और कंपनी को यह पता नहीं है कि किस समूह को यह असाइन किया गया है. मंत्रालय का यह बयान हरियाणा के 67 वर्षीय मंत्री द्वारा वैक्सीन की एक खुराक लिए जाने के दो सप्ताह बाद संक्रमित होने पर आया है.
विज ने ट्वीट किया, 'मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मैं सिविल अस्पताल अंबाला कैंट में भर्ती हूं. वे सभी जो मेरे निकट संपर्क में आए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे खुद की कोरोना जांच करा लें.'
Source : News Nation Bureau