कर्नाटक के हुबली के प्रतिष्ठत KLE इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले 3 छात्रों पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने के आरोप के बाद आज पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इन पर राजद्रोह और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. वहीं बता दें कि रविवार को इन्हें हिरासत में लेकर बॉन्ड भरवाने के बाद छोड़ दिया गया था. हुबली के पुलिस आयुक्त रामास्वामी दिलीप ने कहा, 'तीन संदिग्धों से पाकिस्तान समर्थक व आजादी के नारे शुक्रवार को उनके कॉलेज में लगाए जाने को लेकर पूछताछ की जा रही है.” हुबली, बेंगलुरू से 410 किमी उत्तरपश्चिम में है.'
उन्होंने आगे बताया, 'तीनों की पहचान अमीर, बासित व तालिब के रूप में हुई है. ये कश्मीर के शोपियां जिले के रहने वाले हैं. इन पर केएलईएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की शिकायत पर राष्ट्र विरोधी नारे लगाकर सामुदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने को लेकर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 124 की तहत मामला दर्ज की किया गया है.” यह धारा राज्य के खिलाफ अपराधों से जुड़ी है.'
They have been sent to judicial custody till 2nd March. https://t.co/EMfQf5WSOm
— ANI (@ANI) February 17, 2020
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये तीनों स्टूडेंट्स कश्मीर के रहने वाले हैं, अपने होस्टल रूम में इन्होंने पाकिस्तान पर लिखे एक गीत को गुनगुनाया और पाकिस्तान जिंदाबाद कहा, ये गाना शुरू होने से पहले खुद को बासित बताने वाला एक युवक कश्मीरी भाषा में ये कह रहा है, 'मेरा नाम बासित है और मैं सोपोर का रहने वाला हूँ, ये मेरे दोस्त आमिर और तालिब हैं, हम यहां ठीक हैं इंशाअल्लाह आप भी वहां ठीक होंगे फिक्र करने की जरूरत नहीं है.'
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इसके बाद पाकिस्तान की तारीफ करते हुए एक गाना बजता है जिसे ये गुनगुनाते हुए नज़र आ रहे हैं इसमें पाकिस्तान ज़िंदाबाद बोल रहे हैं. आज ये वीडियो सार्वजनिक हुआ तो हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, एक प्रदर्शनकारी की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने इन तीनों युवकों को अरेस्ट कर लिया. जब पुलिस कर्मी इन्हें अरेस्ट करके ले जा रहे थे तब इन पर अटैक की भी कोशिश हुई. पुलिस मामले के आगे की जांच कर रही है।फिलहाल कॉलेज प्रभंधन ने भी तीनो छात्रों को ससपेंड कर दिया है.
पुलिस कमिश्नर दिलीप ने शिकायत के हवाले से कहा कि यह घटना तब हुई जब कॉलेज में शुक्रवार को पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक समारोह आयोजित किया गया था. वे इस कार्यक्रम में शामिल होने के बजाय हॉस्टल में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए वीडियो बना रहे थे.
छात्रों की रिहाई के विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों के कुछ सदस्यों ने रविवार को पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई. पुलिस सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री बासवराज बोम्मई ने भी पुलिस अधिकारियों से इस मामले में बातचीत की थी.