यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वतन वापसी के लिए भारत सरकार ने चार मंत्रियों की टीम बनाई है. भारत सरकार 4 मंत्रियों को विदेश भेजेगी. सूचना के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया, जनरल वीके सिंह पोलैंड, हरदीप पुरी हंगरी और किरण रिजजू स्लोवाकिया जाएंगे. भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों और छात्रों को सुरक्षित वापस निकालने की कोशिश में लगी है. यूक्रेन में जंग के कारण वहां से पलायन का सिलसिला चल रहा है. भारत सरकार अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' के तहत हवाई जहाज से लोगों को ला रहा है.
रूस-यूक्रेन युद्ध का आज पांचवा दिन है. यूक्रेन की सेना और जनता रूस का कड़ा विरोध कर रही है. लेकिन अपनी जान बचाने के लिए वहां से पलायन जारी है. भारत में पोलैंड के राजदूत, एडम बुराकोव्स्की ने कहा कि, " भारतीय छात्रों सहित 2 लाख से अधिक लोग पहले ही पोलैंड में सीमा पार कर चुके हैं.सीमा बिंदुओं पर भीड़भाड़ है लेकिन हम सभी का गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं."
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आज रूस औऱ यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए वार्ता कर रहे हैं. विश्व जनमत के दबाव में रूस वार्ता के लिए तैयार हो गया है. रूस के आरटी की रिपोर्ट के मुताबिक, "रूस-यूक्रेन वार्ता बेलारूस में शुरू हो गयी है, दोनों देशों के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों के बीच, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच शत्रुता को समाप्त करना है."
यूक्रेन युद्ध में कई भारतीय छात्र फंसे हैं जिनकी निकासी के लिए भारत सरकार लगातार अभियान चला रही है.ये छात्र पोलैंड और रोमानिया के रास्ते अपने घर लौट रहे हैं.भारत सरकार यूक्रेन के राजदूत और अधिकारियों से लगातार संपर्क में है.लेकिन इसके बावजूद लोगों को वापस लौटने में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.कुछ मेडिकल छात्रों ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर के चेकपॉइंट्स पर उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ा.