दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच हुए हिंसक विवाद में शामिल दोषियों को ‘सख्त सजा दी जानी चाहिए. आईआरएस (आयकर) अधिकारियों के अखिल भारतीय संघ ने यह मांग उठाई है. भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी संघ ने अपने 'आईपीएस बंधुओं' के साथ एकजुटता भी अभिव्यक्त की है.
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संघ के प्रस्ताव में कहा गया, 'दिल्ली में पुलिस और वकीलों के बीच हुई हालिया घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और सभ्य आचरण के सभी मानकों के खिलाफ है.’ इस प्रस्ताव में कहा गया है 'किसी के भी द्वारा या किसी भी रूप में हिंसा निंदनीय है. हम हमारे आईपीएस भाइयों के साथ एकजुटता अभिव्यक्त करते हैं. दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए.' आयकर विभाग का आईआरएस संघ देश भर में काम कर रहे 4,000 अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करता है.
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गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली स्थित तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. इस दौरान कम से कम 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए थे. कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई या उनमें आग लगा दी गई. इसके बाद सोमवार को वकीलों ने एक पुलिसकर्मी को पीट दिया. बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी वीडियो बना रहा था जिससे वकील नाराज हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मी को पीट दिया. ये पुलिसकर्मी तमिलनाडु से आया था. दूसरी तरफ साकेत कोर्ट के बाहर भी वकीलों द्वारा एक ऑटोवाले की पिटाई का मामला सामने आया.