ड्यूटी के दौरान एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर पर सीलिंग फैन गिरने के एक दिन बाद उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल (ओजीएच) के जूनियर डॉक्टरों के बीच जबरदस्त गुस्सा है. सभी डॉक्टरों ने मंगलवार को मौन प्रदर्शन कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रकट किया. इस दौरान डॉक्टरों ने ओपीडी में जाने के लिए हेलमेट पहनकर नए भवन की स्वीकृति की मांग की. डॉक्टरों ने उचित समाधान की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रकट किया. पंखे गिरने के बाद यहां के जूनियर डॉक्टरों में जबरदस्त रोष है. सभी जूनियर डॉक्टर नई इमारत बनाने को लेकर अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.
यह भी पढ़ें : डॉक्टरों और स्टाफ को नहीं मिला 4 महीने से वेतन, ग्रामीण डिस्पेंसरियों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के पूर्व महासचिव डॉ. विजय जे ने कहा, सबसे पहले उनकी मांग यह है कि एक नई इमारत को मंजूरी दी जाए क्योंकि मौजूदा इमारतें पुरानी हैं और उनका रखरखाव ठीक नहीं है. ओपीडी भवन 1965 में बनाया गया था और इसमें लगातार रिसने और जलभराव की समस्या होने की समस्या है. इस बीच, ओजीएच के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस नागेंद्र ने मीडिया से बात करते हुए कहा, जो पंखा गिरा, वह बहुत पुराना था और पेंच ढीले होने के कारण गिर गया जबकि अस्पताल भर में अधिकांश पंखों को बदल दिया गया है, जबकि इस नए पंखे पर किसी का ध्यान नहीं गया. जहां तक नए भवन का सवाल है, मामला अदालत में है और हम फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- हैदराबाद उस्मानिया जनरल अस्पताल के डॉक्टरों का विरोध
- मंगलवार को एक जूनियर डॉक्टर के सिर पर गिरा था पंखा
- सभी ने हेलमेट पहनकर नए भवन की स्वीकृति की मांग की