भारतीय नौसेना में शामिल दो ऐसे युद्धपोत जिन्हें killers कहा जाता था आज 32 साल बाद ये दोनों जहाज सेवा मुक्त हो गए. इन 32 सालों में इन दोनों जंगी जहाजों ने भारतीय नौसेना को कभी दुश्मन के आगे झुकने का मौका नही दिया. समुंदर में इनकी तैनाती मात्र से दुश्मन के नींद उड़ जाती थी. ऐसे 2 जहाज आईएनएस निशंक और आईएनएस अक्षय को पूरे सम्मान के साथ आज सेवा मुक्त किया गया. आपको बता दें कि इन दोनों जहाजों ने 32 साल तक देश की रक्षा की है. 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को धूल चटा देने वाले ये दोनों ही युद्दपोत थे. इसकी बेमिसाल ताक़त दुश्मन के हौसलों को तोड़ने की ताकत रखती थी.
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भारतीय नौसेना के दो ऐसे सिपाही जिन्होंने 32 साल तक समुंदर में भारत के सरहदों की रक्षा की है आज वो सेवा से मुक्त हो गए. भारतीय नौसेना के इन दोनों बहादुर सिपाहियों के नाम आईएनएस निशंक और आईएनएस अक्षय है जिन्हें दुश्मन 'killers' के नाम से भी जानते हैं. इन दोनों जहाजों का आज नौसेना में आखरी दिन था. लेकिन नौसेना के इतिहास में इन जंगी जहाजों को हमेशा याद रखा जाएगा. इन दोनों जंगी जहाज़ की अलग अलग खासियत है. सबसे पहले बात करते हैं आईएनएस निशंक की तो इसका एक गौरवशाली इतिहास रहा है. निशंक उसी "किलर स्क्वाड्रन" का हिस्सा रहा है जिसने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को धूल चटा दी थी. इसकी बेमिसाल ताक़त दुश्मन के हौसलों को तोड़ने की ताकत रखती थी.
अब बात करें आईएनएस अक्षय की तो ये जंगी जहाज आईएनएस निशंक के करीब एक साल बाद नौसेना का हिस्सा बना था. लेकिन अक्षय के नौसेना में शामिल होने से समुंदर में भारतीय नौसेना की ताकत में कई गुना इज़ाफ़ा हो गया था. मुम्बई के मज़गाव डॉक में डूबते सूरज के साथ ही गार्ड ऑफ ओनर देकर इन दोनों जहाजों पर लगे ध्वज नीचे उतारे गए जिसके साथ ही नौसेना के ये दोनों हीरो अपनी 32 साल की बेमिसाल पारी के बाद हमेशा के लिए सेवामुक्त हो गए.
Source : News Nation Bureau