बिहार में कानून व्यवस्था और घोटालों के मुद्दे पर गुरुवार की शाम राज्य के सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजभवन मार्च किया. इसके बाद राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा व अक्षम सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. बिहार विधानसभा से निकले इस मार्च में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा भी शामिल थे.
राज्यपाल से मिलकर राजभवन से बाहर निकले तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा कि आज बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका आश्रयगृह में लड़कियों के दुष्कर्म के मामले में आरोपियों को बचाने में सरकार खुद लगी हुई है. दर्ज प्राथमिकी में आरोपियों पर सही धाराएं नहीं लगाई जा रही हैं. हाल यह है कि सर्वोच्च न्यायालय को इसके लिए सरकार को फटकार लगानी पड़ रही है.
उन्होंने कहा कि इस सरकार में घोटालों की फेहरिस्त लगातार लंबी होती जा रही है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं और राज्य सरकार सबूतों को नष्ट कर रही है.
तेजस्वी ने कहा कि राज्यपाल ने उनकी बातें सुनीं और आश्वस्त किया कि आश्रयगृह मामले में दोषियों को सजा दिलाई जाएगी.
Source : IANS