बिहार (Bihar) में धनतेरस से दिवाली के बीच जहरीली शराब (poisonous liquor) के कारण 30 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इससे पहले भी कई लोगों की शराब पीने के बाद मौत की खबर आई थी. अब पुलिस ने नकली शराब बनाने वालों के खिलाफ अभियान चलाते हुए ताबड़तोड़ छापेमारी की है. शुक्रवार और शनिवार को 50 से ज्यादा जगह छापा मारा गया और 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, शनिवार को भी जहरीली शराब से मौत के चार मामले सामने आए. इसमें बीएसएफ और आर्मी के जवान भी शामिल हैं. इस तरह जहरीली शराब से मौत के मामले अब बढ़कर 30 हो गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में गोपालगंज के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि अभी तक जो तथ्य सामने आए हैं, उससे पता चला है कि स्प्रिट से शराब बनाने का प्रयास किया गया. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि FSL रिपोर्ट आने के बाद ही यह बात पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी. जिले के एसपी आनंद कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटों से जिले में शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. 50 से ज्यादा जगहों पर छापा मारा गया है, 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 270 लीटर देशी शराब बरामद हुई.
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आपको बता दें कि बिहार में जहरीली शराब से लगातार मौतों के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि गलत चीज पिएंगे तो मरेंगे ही. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अफसरों को निर्देश दिए गए थे कि चीजों पर नजर रखें. अब छठ के बाद पूरे मामले की विस्तृत समीक्षा की जाएगी. वहीं, नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि शराब के खिलाफ एक बार फिर बड़े स्तर पर जागरूरकता अभियान की जरूरत है. जो लोग जहरीली शराब बना रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. अभी भी एक बड़े अभियान की जरूरत है. छठ के बाद स्थिति और अभियान की समीक्षा करेंगे. हालांक छठ से पहले ही पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी गई.
Source : News Nation Bureau