बिहार चुनाव के साथ तमाम राज्यों के उपचुनाव में कड़ी शिकस्त के बाद कांग्रेस में अंदरूनी लड़ाई अब खुल कर सामने आ गई है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) ने कहा कि पिछले 72 सालों में कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर है. इसके साथ ही उन्होंने इस बात से इंकार किया कि पार्टी में कोई विद्रोही है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर पर, जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है. जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वो लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है, वो समझता है बस मेरा काम ख़त्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए .
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उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी का ढांचा ढह गया है. हमें अपनी संरचना के पुनर्निर्माण की आवश्यकता है और फिर यदि कोई नेता उस संरचना में चुना जाता है तो यह काम करेगा. उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ यह कह देने की नेता बदलने से हम यूपी, बिहार और एमपी जीत लेंगे गलत है. हम सिस्टम बदलेंगे तब ऐसा होगा.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस ने लद्दाख में हिल काउंसिल चुनाव में 9 सीटें जीतीं, जबकि हम इस तरह के सकारात्मक परिणाम की उम्मीद नहीं कर रहे थे.
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इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी में कोई विद्रोह नहीं है. विद्रोह का अर्थ है किसी को प्रतिस्थापित करना. पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कोई अन्य उम्मीदवार नहीं है. यह कोई विद्रोह नहीं है. यह सुधारों के लिए है.
उन्होंने आगे कहा कि यदि वे (राहुल गांधी) राष्ट्रीय विकल्प बनना चाहते हैं और पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते हैं तो हमारे नेतृत्व को चुनाव करना चाहिए.
Source : News Nation Bureau