कृषि कानूनों के विरोध में किसान 20 दिनों से सड़कों पर हैं. दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों के अलग अलग संगठन इन कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. हजारों की संख्या बैठे किसानों का संघर्ष लगातार जारी है. मगर अब किसानों के बीच फूट पड़ती दिखाई पड़ रही है. किसान संगठनों के अंदर मतभेद बढ़ता जा रहा है. किसानों के एक गुट ने संयुक्त मोर्चा के मौजूद सभी किसानों की संपत्ति की सीबीआई जांच की करने की मांग की है.
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उत्तर प्रदेश के नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पर बैठे भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष ने संयुक्त मोर्चा में मौजूद सभी किसानों की संपत्ति की सीबीआई जांच की मांग उठाई है. भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह की भूख हड़ताल का आज तीसरा दिन है. वो पिछले कई दिनों से चिल्ला बॉर्डर पर धरना दिए बैठे हैं.
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वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी आज से घर घर जाकर कृषि बिल का प्रचार करने जा रही है. संगठन के प्रदरेश अध्यक्ष योगेश प्रताप ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के लोग तो पहले ही घर घर जा रहे हैं, किसी को नजर बंद कर रहे हैं तो किसी को जेल में डाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसान बैठे हैं, उनसे आकर बातचीत कर लो और घर-घर जाकर क्या होगा. योगेश प्रताप ने कहा कि वह सिर्फ अपने वोटर के घर जाएंगे आम जनता सब समझती है.