दिल्ली में रविवार को भी वायु की गुणवत्ता खराब रही. यह लगातार चौथा दिन है जब हवा में प्रदूषण का स्तर 'खराब' बना रहा. आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 256 तक जाने की आशंका व्यक्त की गई है, जबकि शनिवार को यह 222 तक दर्ज किया गया था. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि स्थिति पिछले कुछ सालों के मुकाबले इन दिनों बेहतर है. केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के मुताबिक, समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 221 दर्ज किया गया है, जो खराब श्रेणी में आता है.
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अक्टूबर के तीसरे हफ्ते तक बिगड़ जाएंगे हालात
सफर ने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण स्तर अक्टूबर के तीसरे हफ्ते तक 'बहुत खराब' श्रेणी में चला जाएगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता अगले दो-तीन हफ्तों में ज़बर्दस्त रूप से बिगड़ने की आशंका नहीं है, क्योंकि हवा की गति इतनी तेज नहीं है कि हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने के धुएं को दिल्ली ले आए. सफर ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में इस समय की तुलना में इस साल एक्यूआई काफी बेहतर है. इसका कारण आंशिक रूप से दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में अपेक्षाकृत गर्म तापमान के साथ पर्याप्त नमी है.
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आसपास के जिलों में पराली जलाने से बिगड़ी हवा
अधिकारी ने बताया, दिल्ली की वायु गुणवत्ता दो अक्टूबर तक संतोषजनक और नौ अक्टूबर तक मध्यम श्रेणी में थी. यह गुरुवार को पहली बार खराब श्रेणी में चली गई थी. उन्होंने बताया, 'पिछले साल, सात अक्टूबर को शहर की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई थी.' सफर ने कहा कि हरियाणा और पंजाब में बायोमास जलाने से दिल्ली का एक्यूआई प्रभावित हो सकता है. पंद्रह अक्टूबर से दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए कड़े उपाय अमल में आएंगे.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली की हवा की स्थिति पिछले कुछ सालों के मुकाबले इन दिनों बेहतर है.
- प्रदूषण स्तर अक्टूबर के तीसरे हफ्ते तक 'बहुत खराब' श्रेणी में चला जाएगा.
- पंद्रह अक्टूबर से वायु प्रदूषण पर लगाम कसने के कड़े उपाय अमल में आएंगे.