महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में लगातार चौथे दिन मंगलवार को कोरोना के मामलों में (corona cases in maharashtra) में गिरावट दर्ज की गई. यहां टेस्ट पॉजिटिविटी रेट सोमवार को 28 प्रतिशत पर था जो गिरकर मंगलवार को 18.7 प्रतिशत तक पहुंच गया. इस पर विशेषज्ञों ने तर्क दिया है कि यह बीमारियों में तेजी से कमी होने का संकेत है. महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी का कहना है कि शहर की कोरोना रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई अपने चरम को पार कर गया है. कोविड-19 की तीसरी लहर जल्द स्थिर हो सकती है. उन्होंने कहा कि बीते दिनों रिपार्ट में 25 प्रतिशत की पॉजिटिविटी रेट दिखाई दी थी. हम उन संख्याओं में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं.
डॉ शशांक जोशी के अनुसार बीते तीन से चार दिनों में, उन्होंने एक प्रवृत्ति देखी है, जो बताती है कि मामलों की संख्या तीन कारणों से कम हो सकती है. पहला, बहुत सारे लोग अब घर पर हैं और वे सेल्फआइसोलेशन में हैं और टेस्ट नहीं करा रहे हैं. दूसरा, बहुत से लोग अपने आप सेल्फ टेस्ट कर रहे हैं, मगर वे इसे रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं. आखिर में तीसरी बात ये हो सकती है कि हमें सही संख्या की बिल्कुल भी जानकारी नहीं है. महाराष्ट्र (Maharashtra) और मुंबई में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के आंकड़ों में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई. मुंबई में कम मरीजों के मिलने को जानकार ‘संडे इफेक्ट’ का नाम दे रहे हैं. वहीं, कुछ विशेषज्ञ इसे अच्छा संकेत मान रहे हैं. मुंबई में सोमवार को संक्रमण के मामलों में 30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. शहर में 13 हजार 468 नए मरीज मिले हैं. रविवार को यह आंकड़ा 19 हजार 474 तक पहुंच गया था.
कोरोना के आंकड़ो के अनुसार, सात जनवरी से ही मुंबई में मामलों में गिरावट जारी है. शुक्रवार को शहर में 20 हजार 971 मरीज मिले थे, जो 8 जनवरी यानि शनिवार को कम होकर 20 हजार 318 पर आ गए. रविवार को यह आंकड़ा 19 हजार 474 पर था. सोमवार को नए संक्रमितों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई. यह गिरावट 13 हजार 648 पर आ गई.
HIGHLIGHTS
- टेस्ट पॉजिटिविटी रेट सोमवार को 28 प्रतिशत पर था
- मंगलवार को गिरकर18.7 प्रतिशत तक पहुंच गया
- सोमवार को नए संक्रमितों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई