कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. दुनिया भर में कोरोना के मामलों में तेजी सामने आई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दो दिन पहले तीन कोरोना वैक्सीन सेंटरों का दौरा किया था. प्रधानमंत्री मोदी पहले अहमदाबाद में Zydus Biotech Park, हैदराबाद में भारत भारत बायोटेक और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा किया था और कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लिया था. पीएम मोदी आज वैक्सीन बना रही तीन अन्य कंपनियों के साथ वर्जुअल बैठक करेंगे.
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जिनोवा बायोफार्मा (Gennova Biopharma)
यह कंपनी भी पुणे में स्थित है. जिनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है. कंपनी मैसेंजर RNA के माध्यम से वैक्सीन तैयार कर रही है. कंपनी का दावा है कि वह मार्च तक कोरोना की वैक्सीन बना लेगी. भले ही कंपनी ने अभी तक इसका ह्यूमन ट्रायल भी शुरू ना किया हो लेकिन कंपनी के सीईओ संजय सिंह को उम्मीद है कि जल्द ही वह वैक्सीन पर बड़ी न्यूज देंगे.
बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological E Limited)
दरअसल अमेरिका के टेक्सास स्थित बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन (बीसीएम) ने कोविड-19 के सुरक्षित, प्रभावी और सस्ते टीके के विकास के लिये भारतीय दवा कंपनी बायोलॉजिकल-ई लिमिटेड (बीई) के साथ समझौता किया था. कंपनी वैक्सीन को फेज 1 और फेज 2 का शुरुआती ट्रायल शुरू कर चुकी है. अब इसका ह्यूमन ट्रायल शुरू हो चुका है. बायोलॉजिकल ई लिमिटेड को बायलर में विकसित पुनः संयोजक प्रोटीन कोविड-19 टीके का लाइसेंस दिया गया है.
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डॉ रेड्डी (Dr. Reddy)
रूसी कोरोना वैक्सीन Sputnik V के भारत में ह्यूमन ट्रायल को लेकर फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज को इसकी अनुमति दी गई है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने फार्मा कंपनी डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज को रूसी वैक्सीन के ट्रायल की इजाजत दी है. इस वैक्सीन को करीब 1,400 लोगों पर फेज 3 ट्रायल किया जाएगा. कहा जा रहा है कि मार्च 2021 तक स्पूतनिक वैक्सीन का अंतिम चरण का ट्रायल पूरा हो जाएगा.
Source : News Nation Bureau