राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि पीएम मोदी को जान से मारने वाली मिली चिट्ठी को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सहानुभूति बटोरने के लिए उपयोग कर रही है।
पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान शरद पवार ने कहा, 'वे कह रहे हैं कि धमकी भरा पत्र था। मैंने एक सेवानिवृत पुलिस अधिकारी से बात की जो सीआईडी के लिए काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि पत्र में ऐसी कोई बात नहीं थी।'
पवार ने कहा, 'पत्र को लोगों की सहानुभूति पाने के लिए उपयोग किया जा रहा है।'
गौरतलब है कि पुणे पुलिस ने भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में हाल ही में दिल्ली और अन्य जगहों से 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुणे पुलिस ने अदालत को बताया था कि गिरफ्तार किए गए लोगों के पास प्राप्त पत्र से खुलासा हुआ है कि पीएम मोदी को भी राजीव गांधी की तरह जान से मारने की योजना थी।
इसके अलावा शरद पवार ने भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है।
शरद पवार ने कहा, 'जब एक समान सोच के व्यक्ति एलगार परिषद का आयोजन करने साथ आए तो वे नक्सली कहलाए और उन्हें गिरफ्तार किया गया।'
पवार ने कहा, 'सभी जानते हैं कि भीमा कोरेगांव हिंसा को किसने अंजाम दिया था लेकिन जिसका इससे कोई संबंध नहीं था उन्हें गिरफ्तार किया गया। यह सत्ता का दुरुपयोग है।'
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Source : News Nation Bureau