हिसार कैंट से खुफिया जानकारी जुटाते तीन संदिग्ध गिरफ्तार, मजदूर बन कर घुसे

हिसार कैंट में सैन्य खुफिया ईकाई ने उत्तर प्रदेश निवासी तीन संदिग्धों को पकड़ा है. इनके मोबाइल फोन में हिसार कैंट के अंदर की वीडियो मिलने से सनसनी मच गई है.

author-image
Nihar Saxena
New Update
हिसार कैंट से खुफिया जानकारी जुटाते तीन संदिग्ध गिरफ्तार, मजदूर बन कर घुसे

सांकेतिक चित्र.

Advertisment

राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से यह एक बड़ी चुनौती है कि पाकिस्तान के लिए काम करने वाले स्लीपर सेल कब कहां सक्रिय हो जाएं. अब हिसार कैंट में सैन्य खुफिया ईकाई ने उत्तर प्रदेश निवासी तीन संदिग्धों को पकड़ा है. इनके मोबाइल फोन में हिसार कैंट के अंदर की वीडियो मिलने से सनसनी मच गई है. जम्मू-कश्मीर में बड़े आत्मघाती आतंकी हमलों की आशंका के बीच इन संदिग्धों की गिरफ्तारी को सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है. सैन्य खुफिया पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है.

यह भी पढ़ेंः कुछ बड़ा होने की आशंका में जम्‍मू-कश्‍मीर में ATM, Petrol Pump और राशन की दुकानों पर उमड़ी भीड़

उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं तीनों संदिग्ध
पकड़े गए तीन संदिग्धों की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली निवासी खालिद, मुजफ्फरनगर निवासी महताब और रागिब के रूप में हुई है. तीनों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही उन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया जाएगा. तीनों संदिग्ध मजदूरों के रूप में हिसार कैंट में प्रवेश कर अंदर की जानकारियां जुटा रहे थे. साथ ही विभिन्न इलाकों की वीडिया भी बना रहे थे. बताते हैं कि हिसार छावनी में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है. ऐसे में ठेकेदार के जरिए संदिग्ध मजदूरी करने छावनी में घुसे थे.

यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की इतनी तैनाती का कारण कहीं यह तो नहीं, सामने आया पाक कनेक्शन

वॉट्सएप पर पाकिस्तान भी की बात
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक जांच एजेंसियों ने शक के आधार पर 1 अगस्त को तीनों संदिग्धों को पकड़ा. इनके मोबाइल में कैंट की वीडियो क्लिप मिली है, जिससे मामले को गंभीरता से जांचा-परखा जा रहा है. फिलहाल यह भी पता चला है कि संदिग्धों में से एक के वॉट्सएप से जुलाई में पाकिस्तान फोन भी किया गया था. पकड़े गए तीनों संदिग्धों में महताब मुख्य आरोपी है. उसने एक भारतीय फोन नंबर पर कैंट क्षेत्र की वीडियो और फोटो बनाकर भेजी थी. पूछताछ में खालिद जांच एजेंसियों को बरगला रहा है. हालांकि यह पता चला है कि उसने जुलाई के प्रथम सप्ताह में जिस नंबर पर वॉट्सएप कॉल की थी वह पाक सेना के किसी अधिकारी से संबंधित थी.

HIGHLIGHTS

  • हिसार कैंट में मजदूर बनकर जुटा रहे थे खुफिया जानकारियां.
  • पकड़े गए तीनों संदिग्ध उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं.
  • पाकिस्तानी सेना के किसी अधिकारी के संपर्क में थे आरोपी.
Pakistani terrorist terror groups Hisar Jail
Advertisment
Advertisment
Advertisment