Bharat Ratna Facilities: भारत सरकार की ओर से भारत देने का ऐलान किया गया है. आज कुल तीन लोगों को ये अवॉर्ड देने का ऐलान किया है. इसमें देश के पूर्व पीएम नरसिम्हा राव, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और देश के प्रतिष्ठित साइंटिस्ट डॉ. एमएस स्वामीनाथन. इससे पहले केंद्र सरकार ने बिहार के जननायक कर्पूरी ठाकूर और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण अडवाणी को देश का सर्वोच्च सम्मान देने का ऐलान किया है. इस बात की जानकारी पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए दी है. इस ट्वीट में पीएम मोदी ने उनके द्वारा किए गए काम को भी याद किया है.
इस साल 5 को मिलेगा सम्मान
आपको बता दें कि केंद्र की ओर से इस साल अभी तक पांच लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान किया है. देश के पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव इनका पूरा नाम पामुलापति वेंकट नरसिंह राव है. इन्होंने भारत के 9वें पीएम के रूप में काम किया. इससे पहले वो एकीकृत आंध्रप्रदेश के सीएम भी रह चुके हैं. उनकी मृत्यु साल 23 दिसंबर 2004 को हुआ. उस वक्त उनकी उम्र 83 साल थी. वो भारत के इकलौते पीएम है जिसे 17 भाषाओं की जानकारी थी. इसमें स्पेनिश और फ्रेंच शामिल है. इसके साथ ही उन्होने ही साल 1991 में भारत में उदारीकरण की नीति लागू की थी.
किसान नेता और देश के 5वें पीएम चौधरी चरण सिंह को देश के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा जाएगा. इतना ही उन्होंने देश के आम लोगों और किसानों के लिए काफी काम किया है. उनकी मौत 29 मई 1987 में 84 साल की आयु में हो गई. इसके साथ ही सरकार ने डॉ. एमएस स्वामीनाथन को देने का ऐलान किया है जिसने देश में हरित क्रांति को जमीन पर लाने का काम किया. उनके द्वारा किए गए काम की वजह से देश को अब खाद्य पदार्थों के लिए स्वालंबी बनकर उभरा. लेकिन आज हम बताएंगे कि भारत रत्न मिलने वाले व्यक्ति या उसके परिवार को कौन सा फायदा होता है.
भारत रत्न क्या है
आपको बता दें कि भारत रत्न देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. इसे कला, साहित्य, राष्ट्रीय सेवा, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के क्षेत्र में दिया जाता है. देश का कोई भी नागरिक जिसने अपने फील्ड में असाधारण तरीके से काम किया है. इससे भारत के लोगों का मान बढ़ाने का काम किया है उसे केंद्र सरकार इस सम्मान से नवाजती है. अब तक कुल 49 लोगों को इस अवॉर्ड से नवाजा गया है. वहीं इस साल 5 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. इस लिस्ट में कई विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. सबसे पहले साल 1954 में राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था.
भारत रत्न सुविधा
इस सम्मान को पाने वाले शख्स को राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित किया जाता है. इसके साथ ही वो शख्स देश के किसी भी राज्य में जाएगा तो उसके रहने, खाने और ठहरने की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की जाएगी. इसके साथ ही उसकी सुरक्षा के लिए बॉडीगार्ड तैनात करना शामिल है. इसके साथ ही हवाई यात्रा की टिकटों में रियायत, भारत के विदेशी मिशन पर भारत की ओर से जानें की सुविधा. सरकार की ओर से किए जा रहे सभी सार्वजनिक और विशेष मौकों पर न्योता.
Source : News Nation Bureau