तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक इदरीस अली (Idris Ali) ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का भी वही हश्र होगा जो श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Sri Lanka president gotabaya rajapaksa) का होगा. गोटबाया राजपक्षे को शनिवार को अपने आधिकारिक आवास से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उनके इस्तीफे की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों ने इमारत पर धावा बोल दिया. अली की टिप्पणी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Bengal CM Mamta Banerjee) को कोलकाता में सियालदह मेट्रो स्टेशन (Sialdah Metro station) के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किए जाने के बाद आई है. समारोह 11 जुलाई को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smirti Irani) द्वारा परियोजना का उद्घाटन करने के साथ होगा.
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अली ने कहा कि ममता बनर्जी को आमंत्रित नहीं करना एक अन्याय है क्योंकि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए इस परियोजना की शुरुआत की थी. उद्घाटन समारोह में राज्य सरकार के किसी भी गणमान्य व्यक्ति को आमंत्रित नहीं किए जाने से टीएमसी गुस्से में थी.
इससे पहले, ममता बनर्जी को विक्टोरिया मेमोरियल में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक आधिकारिक कार्यक्रम से बाहर रखा गया है. TMC ने इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि केंद्र सरकार विभाजनकारी राजनीति कर रही है. हालांकि, बीजेपी ने टीएमसी पर बीजेपी विधायकों और सांसदों को राज्य सरकार के कार्यक्रमों में न बुलाने की परंपरा शुरू करने का आरोप लगाया था.
श्रीलंका में क्या हो रहा है?
श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके आधिकारिक आवास पर धावा बोलने से कुछ क्षण पहले राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे घटनास्थल से भाग गए. प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंह (ranil wickremesinghe) के निजी आवास में भी आग लगा दी.
गोटाबाया 13 जुलाई को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देंगे जबकि रानिल विक्रमसिंघे शनिवार यानी 10 जुलाई को श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में पद छोड़ देंगे.