तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने शनिवार को लोकसभा उपाध्यक्ष पद की मांग की है. उन्होंने कहा है कि, नरेंद्र मोदी सरकार लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्षी इंडिया गुट के किसी उम्मीदवार को पेश करे. टीएमसी सांसद ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि, बजट सत्र में संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार का कर्तव्य है. उन्हें: भारतीय उम्मीदवार को लोकसभा में उपाध्यक्ष की पेशकश करनी चाहिए, राष्ट्रीय महत्व (परीक्षा में गड़बड़ी, बेरोजगारी) के मुद्दों पर चर्चा के लिए प्रत्येक सदन में साप्ताहिक रूप से विपक्ष की ओर से एक नोटिस की अनुमति देनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विधेयकों पर कोई दबाव न डाला जाए.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने डेरेक ओ'ब्रायन की पोस्ट को रिपोस्ट किया और कहा, "इससे अधिक सहमत नहीं हो सका. मैं केवल यह जोड़ूंगा: विपक्षी नेताओं, विशेष रूप से विपक्ष के नेताओं को गैर-जैविक पीएम और उनके ढोल बजाने वालों द्वारा फैलाए गए झूठ की महामारी का मुकाबला करने की अनुमति दें.''
गौरतलब है कि, विपक्ष 17वीं लोकसभा के पूरे कार्यकाल में खाली हुए डिप्टी स्पीकर के पद पर जोर दे रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिया ब्लॉक इस पद के लिए फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद को चाहता है.
अयोध्या जिले का सियासी मुकाबला...
हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव में अवधेश प्रसाद ने अयोध्या जिले की फैजाबाद लोकसभा सीट जीतकर सभी को चौंका दिया. उन्होंने दो बार के मौजूदा सांसद लल्लू सिंह को 54,567 वोटों के अंतर से हराया.
विपक्ष ने भाजपा के ओम बिड़ला के खिलाफ कांग्रेस के के सुरेश को नामांकित करके लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए एक दुर्लभ प्रतियोगिता पर भी जोर दिया था, भले ही उसने वोटों के विभाजन के लिए दबाव नहीं डाला था. बिड़ला ध्वनि मत से लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए अध्यक्ष बने.
जयराम रमेश ने कहा कि, ''मैं आपको औपचारिक रूप से बता रहा हूं, हमने मत विभाजन की मांग नहीं की... हमने इसकी मांग नहीं की क्योंकि हमें यह उचित लगा कि, आज सबसे पहले इस पर सर्वसम्मति हो, कि इस पर आम सहमति का माहौल हो.'' यह हमारी ओर से एक रचनात्मक कदम था. हम (वोटों का) विभाजन मांग सकते थे,''
Source : News Nation Bureau