जम्मू-कश्मीर की समस्या को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सुझाव दिया है कि दोनों तरफ के कश्मीर के रास्ते खोल दिये जाएं। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ के लोग जब मिलेंगे तो समस्याएं अपने आप दूर हो जाएंगी।
जम्मू-कश्मीर में इस समय हिंसा बढ़ी है और सीज़फायर का उल्लंघन लगातार हो रहा है। महबूबा मुफ्ती ने कई बार कहा है कि कश्मीर में शांति बहाली के लिये भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत शुरू होनी चाहिये।
विधानसभा में चर्चा के दौरान महूबूबा मुफ्ती ने अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की सोच को दोहराया और कहा, 'जम्मू-कश्मीर का मेरे मुताबिक अगर कोई हल है तो वो मुफ्ती साहब का विजन है, कि आप यहां के तमाम रास्तों को खोल दो, लोगों को आने-जाने दो। क्योंकि हम कहते हैं कि वो कश्मीर (पाक अधिकृत कश्मीर) भी हमारी रिसायस का हिस्सा है।'
महबूबा ने सवाल भी उठाया कि आखिर इसमें मुश्किल क्या है? इस सुझाव को बेहतर बताते हुए उन्होंने कहा कि जब दोनों तरफ के लोग आपस में मिलेंगे तो एक नई राह खुलेगी।
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उन्होंने कहा, 'इस कश्मीर और उस कश्मीर (पीओके) के लोग आपस में मिलें, बात करें। इस दौरान कभी टूरिज्म पर बात हो कभी आपदा प्रबंधन पर बात हो। इससे एक नया रास्ता खुलेगा।'
इससे पहले भी सीएम महबूबा मुफ्ती ने अपने पिता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद की दूसरी बरसी के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुफ्ती ने कहा था कि कश्मीर में खून-खराबे को खत्म करने के लिये दोनों देशों के बीच वार्ता होनी चाहिये।
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Source : News Nation Bureau