ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) यह साबित करने के लिए बेताब है कि वह भारतीय जनता पार्टी की 'टीम बी' नहीं है. ऐसे में वह महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए महा विकास अघाड़ी से भी हाथ मिलाने को तैयार है. राज्य एआईएमआईएम अध्यक्ष और औरंगाबाद के सांसद सैयद इम्तियाज जलील ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे को प्रस्ताव दिया था. जलील ने दोहराया कि भाजपा एक 'खतरनाक पार्टी' है जिसने देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है और एआईएमआईएम किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने और भगवा पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार है.
एआईएमआईएम नहीं है बीजेपी की टीम बी
जलील ने कहा, 'यह हमेशा आरोप लगाया गया है कि एआईएमआईएम मुस्लिम वोटों को विभाजित करके भाजपा को चुनाव जीतने में मदद करता है. इन आरोपों को खारिज करने के लिए, मैंने टोपे को एक प्रस्ताव दिया है कि हम एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है.' जलील ने दोहराया कि भाजपा एक 'खतरनाक पार्टी' है जिसने देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है और एआईएमआईएम किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने और भगवा पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार है.
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शिवसेना ने खारिज किया एआईएमआईएम का प्रस्ताव
जैसे ही जलील के प्रस्ताव पर राजनीतिक बहस छिड़ गई, शिवसेना सांसद संजय राउत ने एआईएमआईएम की पेशकश को सिरे से खारिज कर दिया, जबकि कांग्रेस और राकांपा ने चुप्पी साध ली. राउत की फटकार का जवाब देते हुए जलील ने आरोप लगाया कि शिवसेना ने अपने दम पर चुनाव लड़ने की क्षमता खो दी है और इसलिए उसे एनसीपी-कांग्रेस की तरह 'बैसाखी' की जरूरत है. जलील ने कहा, 'आपके लिए अपने 'ऑटोरिक्शा' को 'चार पहिया वाहन' में बदलने का एक अवसर है और हम एकजुट होकर भाजपा को सत्ता से दूर कर सकते हैं. एआईएमआईएम एक लड़ाकू है और न केवल महाराष्ट्र में बल्कि पूरे भारत में भाजपा से लड़ना जारी रखेगी.'
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महाराष्ट्र में कयासबाजी शुरू
एआईएमआईएम सांसद ने कहा कि सभी दल मुस्लिम वोट हासिल करने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं. हालांकि वे 'धर्मनिरपेक्ष' होने का दावा करते हैं, लेकिन हारने पर हमेशा हमें दोष देते हैं. जलील ने दावा किया कि हाल के उत्तर प्रदेश चुनावों से पहले एआईएमआईएम ने समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को इसी तरह के गठजोड़ की पेशकश की थी. विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने एआईएमआईएम के प्रस्ताव पर चुटकी लेते हुए कहा कि इसके बाद शिवसेना 'जनाब शिवसेना' बन जाएगी, और जोर देकर कहा कि भाजपा अगला विधानसभा चुनाव अपने दम पर जीतेगी.
HIGHLIGHTS
- एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने भेजा गुलाब
- शिवसेना ने सिरे से खारिज किया एआईएमआईएम को
- जलील ने पलटवार कर कहा जमीन खो दी शिवसेना ने