इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई हिंसा के विरोध में सोमवार को देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. आईएमए ने रविवार को कहा है कि आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी तरह का काम बंद रहेगा. आईएमए की तरफ से यह एलान तब किया गया, जब एक दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों से डॉक्टरों और मेडिकल प्रफेशन से जुड़े लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है. उधर बंगाल के हड़ताली डॉक्टर गतिरोध दूर करने के लिए ममता बनर्जी सरकार से बातचीत को तैयार हैं. हालांकि इसके लिए उन्होंने कुछ शर्ते भी रखी है.
यह भी पढ़ेंः पश्चिम बंगाल में चल रही हड़ताल को खत्म करेंगे डॉक्टर, लेकिन रखी ये शर्त
आईएमए ने डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर कड़े कानून की मांग रखी
देश की सबसे बड़ी मेडिकल संस्था आईएमए ने मांग की है कि केंद्रीय स्तर पर डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाना चाहिए. आईएमए की मांग है कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाने चाहिए. उधर बंगाल से उठी आग अभी पूरी तरह से बुझी नहीं है. हड़ताली डॉक्टरों ने रविवार को बैठक कर गतिरोध दूर करने के लिए वार्ता की इच्छा जताई है. हालांकि साथ ही यह शर्त भी रखी है कि बातचीत कैमरे के सामने हो.
यह भी पढ़ेंः बिहार के मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस का जारी है कहर, अब तक 93 बच्चों की हुई मौत
इमरजेंसी सेवाएं छोड़ 24 घंटे आईएमए रहेगा हड़ताल पर
आईएमए ने कहा कि कानून में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा करने करने वालों को उदाहरण प्रस्तुत करने लायक सजा मिलनी चाहिए. इसके लिए आईपीसी और सीपीसी में बदलाव किए जाने चाहिए. आईएमए ने कहा कि 24 घंटे (सोमवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक) के लिए आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी तरह की सर्विस बंद रहेगी. हड़ताल के दौरान आपातकाल सेवाएं जारी रहेंगी.
HIGHLIGHTS
- आईएमए सोमवार को बंगाल के हड़ताली डॉक्टरों के समर्थन में करेगा हड़ताल.
- आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी सारी सेवाएं रहेंगी बंद.
- उधर हड़ताली बंगाल के डॉक्टर भी ममता सरकार से सशर्त वार्ता को राजी.