विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने तीसरे भारत यूरोप 29 बिजनेस फोरम 'बदलते आर्थिक संबंध से लिए साझेदारी' कार्यक्रम में कहा कि भारत और यूरोप के बीच व्यापार क्षमता से बेहद कम है।
इतना ही नहीं सिंह ने ये भी कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में कई ऐसे क्षेत्र है जिनकी पहचान करने की जरूरत है।
विदेश मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के आयोजित किए गए कार्यक्रम में सिंह ने कहा, "भारत और यूरोप के बीच काफी कम व्यापार है। इसलिए हमें कई क्षेत्रों को खोलना होगा, जिसमें स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा और स्मार्ट शहरों को खोलने से दूसरे क्षेत्रों पर भी असर पड़ेगा। ऐसे भी क्षेत्र हैं जहां तकनीक हस्तांतरण की जरूरत है। इससे दोनों पक्ष भारत और यूरोप के व्यापार को फायदा होगा।"
फोरम में डेनमार्क के उच्च शिक्षा और विज्ञान मंत्री सोरेन पिड ने कहा कि उनका देश भारत को श्रम बाजार की जरूरतों के मुताबिक कौशल विकास में जरूरी विशेषज्ञता मुहैया करा सकता है।
साइप्रस के ऊर्जा, वाणिज्य, उद्योग व पर्यटन मंत्री यिरोगगोस लक्कोट्राइपिस ने कहा कि भारतीय कंपनियों के लिए साइप्रस में आकर्षक व्यापार व निवेश अवसर उपलब्ध हैं। साइप्रस इस फोरम के इस संस्सकरण का भागीदार देश भी है।
HIGHLIGHTS
- भारत-यूरोप के बीच क्षमता से कम व्यापार:वीके सिंह
- भारत-यूरोप के संयुक्त व्यापार कार्यक्रम में बोले वीके सिंह
Source : IANS