अमरनाथ यात्रा को लेकर आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने धमकी भरा पत्र जारी करा है. पत्र में आंतकी संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा है. संगठन का कहना है कि वे यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे. गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होनी है. यह 11 अगस्त को खत्म होगी. 43 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या पहले से अधिक बढ़ने की उम्मीद है. इस बार रामबन और चंदनवाड़ी में कैंप बड़े होंगे. ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे.
बार-कोड सिस्टम के साथ RFID टैग और तीर्थयात्रियों पर नजर रखने के लिए उपग्रह ट्रैकर्स का उपयोग किया जा रहा है. यात्रा के रास्तों और शिविर स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इसके साथ कश्मीर में सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर सीआरपीएफ की 50 अतिरिक्त कंपनियों को शामिल किया गया है.
पहले से निशाने पर रही है अमरनाथ यात्रा
अमरनाथ यात्रा वर्षों से आतंकियों के निशाने पर रही है. वर्ष 2 हजार में पहलगाम बेस कैंप में आतंकी हमले में 17 तीर्थयात्रियों सहित 25 लोग मारे गए थे. वहीं, जुलाई 2017 में यात्री बस पर हुए आतंकी हमले में सात तीर्थयात्री मारे गए थे. गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा को शांति और सुरक्षित तरह से पूरी कराने के लिए गृह मंत्रालय ने खास तैयारियां की हैं. इसमें फुलप्रूफ सुरक्षा देने का निर्णय लिया है. सुरक्षा एजेंसियों ने अमनाथ यात्रा पर जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें बताया गया है कि आतंकी किस तरह से खतरा पैदा कर सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, किसी भी आतंकी घटना को रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं.
Source : News Nation Bureau