मोदी सरकार पर हमला करते हुए एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि ट्रिपल तलाक बिल मुसलमानों और समुदाय के पुरुषों को परेशान करने का षड्यंत्र है।
उन्होंने कहा कि पद्मावत पर उठे वविवाद के लिये एक समिति का गठन किया गया लेकिन ट्रिपल तलाक के मसले पर ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है।
हैदराबाद में ओवैसी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'ट्रिपल तलाक बिल मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ है षड्यंत्र है। ये एक तरककीब है कि मुस्लिम महिलाओं को सड़कों पर लाया जाए और पुरुषों को जेल भेज दिया जाए।'
साथ ही उन्होंने कहा कि जो मुस्लिम पुरुष अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक के जरिये तलाक दे उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिये।
शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार ने मुस्लिम वीमन (प्रोट्क्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज) बिल, 2017 का लोकसभा से पारित कराया था लेकिन ये बिल फिलहाल राज्यसभा में अटक गया है। दरअसल इस बिल को विपक्ष संसद की सेलेक्ट कमेटी को समीक्षा के लिये भेजना चाहता है।
बिल में दिये प्रावधान के अनुसार अगर कोई मुस्लिम पुरुष ट्रिपल तलाक के माध्यम से अपनी पत्नी को तलाक देता है तो उसे जेल की सज़ा हो सकती है।
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ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश के लिये कुछ भी नहीं कर रहे हैं। लेकिन दूसरों के अच्छे कामों की श्रेय लेने की कोशिश में लगे हैं।
उन्होंने कहा, 'बीजेपी मुस्लिम मुक्त भारत चाहती है और ये नहीं होगा।'
साथ ही उन्होंने मुसलमानों और दलितों को अपनी आवाज़ उठाने के लिये कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संघ की सोच को देश में लागू करना चाहती है।
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Source : News Nation Bureau