सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने लोकसभा (LOk Sabha) में ट्रिपल तलाक बिल (Triple divorce bill) पेश किया है. इसे लेकर लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया है. विपक्ष इस बिल का जोरदार विरोध कर रहा है.
यह भी पढ़ेंः घरेलू वायदा बाजार (MCX) में सोना 6 साल की ऊंचाई पर पहुंचा, भविष्य में भी तेजी के संकेत
जेडीयू (JDU) की ओर केसी त्यागी (kc tyagi) ने कहा, ट्रिपल तलाक बिल के पुराने के स्वरूप का हम विरोध करते हैं. एनडीए (NDA) की किसी बैठक में आपसी सहमति का कोई प्रयास कभी नहीं किया गया. अगर पुराने स्वरूप में बिल रहा तो हम इसके खिलाफ ही वोट करेंगे.
यह भी पढ़ेंः World Cup, ENG vs SL, Live: सेमीफाइनल में जगह पक्की करने श्रीलंका से भिड़ेगी इंग्लैंड
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में कहा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस बिल का लोकसभा में पास न होना दुखद है. इस बिल को पास कराने के लिए हमारी प्रतिबद्ध है. वहीं, लोकसभा स्पीकर ओपी बिड़ला के सामने संसद में बिल इंट्रोड्यूस हुआ. विपक्ष ने बिल पेश करने पर डिविजन (Divison) की मांग की. ट्रिपल तलाक बिल के पक्ष में 186 और विपक्ष में 74 वोट पड़े हैं.
यह भी पढ़ेंः योग दिवस कार्यक्रम के मंच पर लगे पोस्टर से पीएम मोदी की फोटो गायब, सियासी बवाल शुरू
कांग्रेस का कहना है कि तीन तलाक बिल मुस्लिम के खिलाफ है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्रिपल तालाक बिल 2019 लाने का विरोध किया है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 13 जून को मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019 को मंजूरी दे दी. यह फरवरी में घोषित किए गए अध्यादेश का स्थान लेगा. सरकार का कहना है कि यह विधेयक लैंगिक समानता व लैंगिक न्याय सुनिश्चित करेगा. यह शादीशुदा मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण करेगा और 'तलाक-ए-बिद्दत' से तलाक को रोकेगा.
रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में कहा, आज बहुत पीड़ा की बात है कि ओवैसी तीन तलाक का विरोध कर रहे हैं. आज पूरी कांग्रेस विरोध कर रही है, जबकि इससे पहले जब बिल पेश हुआ था तो कांग्रेस ने विरोध नहीं किया था. इतनी बड़ी हार के बाद क्या कांग्रेस पार्टी नहीं समझी?. यह बिल धर्म का नहीं बल्कि महिलाओं के न्याय के लिए है. कांग्रेस इंसाफ के खिलाफ है.हम इसे लोकसभा में भी पारित कराएंगे और राज्यसभा में भी ले जाएंगे. आज कांग्रेस के रुख की हम भर्त्सना करते हैं.