त्रिपुरा चुनाव में सीपीएम को मिली करारी हार के बाद पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि राज्य में पैसे के दम पर चुनावों को प्रभावित किया गया।
राज्य में 25 साल से सीपीएम सत्ता में थी और वहां की राजनीति में कोई स्थान नहीं रखने वाली बीजेपी ने कड़ी टक्कर दी है। चुनावों में सीपीएम को जनता ने सत्ता से बाहर कर बीजेपी को सत्ता सौंपी है।
सीपीएम महासचिव येचुरी ने कहा कि बीजेपी त्रिपुरा में पैसों के दम पर जीती है। उन्होंने कहा, 'वहां पर उन्होंने चुनावों को प्रभावित करने के लिये पैसों का उपयोग किया और लेफ्ट विरोधी वोट को अपनी तरफ आकर्षित किया।'
सीतीराम येचुरी ने कहा कि इस जीत का लाभ बीजेपी को पश्चिम बंगाल में नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी हार की समीक्षा करेगी कि वो वहां पर क्यों हारी है।
सीपीएम पोलित ब्यूरो ने चुनाव परिणाम के रुझानों को लेकर एक बैठक की और जारी किये गए बयान में कहा कि पार्टी हार स्वीकार करती है और राज्य की जनता को धन्यवाद भी दिया है। साथ ही कहा है कि वो राज्य के सभी तबकों के लिये काम करती रहेगी।
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बयान में कहा है, 'सीपीएम को त्रिपुरा की जिस 45% जनता ने वोट दिया है उसको धन्यवाद देते हैं। राज्य में समाज के हर तबके के हितों के लिये काम करते रहेंगे और आदिवासी की एकता के लिये लड़ते रहेंगे।'
देर शाम तक आए रुझानों के मद्देनज़र अभी तक बीजेपी को 43 सीटें मिली है जबकि लेफ्ट को 16 सीटें आई हैं।
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Source : News Nation Bureau