उत्तरी त्रिपुरा जिले के दो अलग-अलग हिस्सों से त्रिपुरा पुलिस ने छह महिलाओं और सात बच्चों सहित 25 रोहिंग्याओं को वैध दस्तावेजों के बिना राज्य में प्रवेश करने पर गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को अधिकारियों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि, गुरुवार रात धर्मनगर और चुराइबारी इलाकों से ये गिरफ्तारी उस वक्त हुई, जब रोहिंग्या रोजगार के अवसरों की तलाश में हैदराबाद जाने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस की शुरुआती तफ्तीश में मालूम चला कि, रोहिंग्याओं के समूह ने बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से सिपाहीजला जिले के सोनामुरा और उनाकोटी जिले के कैलाशहर के माध्यम से घुसपैठ की...
अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्त में आआ रोहिंग्याओं को बस से गुवाहाटी और फिर ट्रेन से हैदराबाद जाना था.
गौरतलब है कि, त्रिपुरा बांग्लादेश के साथ कुल 856 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है, जिसमें से कुछ हिस्से ऐसे हैं, जहां बाड़ लगाना अभी बाकी है. इसी के चलते घुसपैठिए भारत में दाखिल होते हैं.
घुसपैठिए के आंकड़ों पर एक नजर
सीमा सुरक्षा बल (BSF) की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल जनवरी से इस साल 15 अप्रैल के बीच भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश करते समय त्रिपुरा में 498 बांग्लादेशी नागरिकों सहित कुल 1,018 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
पिछले वर्षों की तुलना में घुसपैठियों की हिरासत में इजाफा हुआ है. 2022 में, BSF ने 369 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें 150 बांग्लादेशी नागरिक, 160 भारतीय और 59 रोहिंग्या शामिल थे, जबकि 2021 में, 208 घुसपैठियों को भी हिरासत में लिया गया, जिनमें 115 भारतीय और 93 बांग्लादेशी थे.
Source : News Nation Bureau