सबरीमाला को लेकर विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक तृप्ति देसाई का कहना है कि उन्होंने 17 नवंबर को सबरीमाला जाने को लेकर केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था पर अब तक उसका कोई रिस्पांस नहीं आया है. तृप्ति देसाई ने कहा, मुझे केरल सरकार की ओर से कोई रिस्पांस प्राप्त नहीं हुआ है. अगर मेरे साथ कोई हादसा या घटना होती है तो इसके लिए केरल के मुख्यमंत्री और डीजीपी जिम्मेदार होंगे. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर सबरीमाला मंदिर जाने की बात कहते हुए केरल सरकार से सुरक्षा मांगी थी.
उधर, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन का कहना है कि 28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट के फैसले में स्पष्ट किया गया है कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं का प्रवेश होना चाहिए. राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ नहीं जा रही. हम श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हैं. हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करने के लिए बाध्य हैं.