तुर्की (Turkey) और मलेशिया (Maleshia) ने पाकिस्तान (Pakistan) का साथ देकर बड़ी गलती कर दी है. अब मोदी सरकार (Modi Sarkar) दोनों देशों को सबक सिखाने की रणनीति पर काम कर रही है. अब भारत सरकार दोनों देशों को बड़ा झटका देने की तैयारी में है. 'Bloomberg' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार (Modi Government) मलेशिया और तुर्की से आयात किए जाने वाले सामानों में कटौती करने पर गंभीरता से विचार कर रही है. दोनों देशों पर नए आयात शुल्क भी लगाया जा सकता है.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्की और मलेशिया पर जटिल गुणवत्ता जांच, पहले से लगे टैक्स के साथ ही सेफगार्ड टैक्स भी लगाने पर विचार किया जा रहा है. हालांकि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन जानकार मान रहे हैं कि भारत के इस कदम से तुर्की-मलेशिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी.
31 मार्च, 2019 को खत्म हुए वित्त वर्ष में भारत का इन दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार महज़ 2.9 फीसदी रहा. तुर्की के साथ भारत का ट्रेड सरप्लस में है, जबकि मलेशिया के साथ उसका कारोबार घाटे में चल रहा है. मंगलवार को एक प्रभावी इंडियन प्रोसेसर्स ग्रुप ने मलेशिया को बड़ा झटका देते हुए अपने सदस्यों से मलेशिया से पॉम ऑयल खरीदना बंद करने की अपील की है.
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तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयब एर्दोगन ने हाल ही में कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की थी. वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने आरोप लगाया था कि भारत ने जम्मू-कश्मीर पर ‘आक्रमण करके कब्जा' किया है. महातिर मोहम्मद का कहना है कि कश्मीर पर वह अपने बयान पर कायम हैं. वह अपने मन की बात बोलते हैं और इससे पलटते या बदलते नहीं हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो