माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर (Twitter) ने भारत में चुनावी निष्पक्षता को बनाये रखने के वास्ते आंतरिक, कई स्तरों पर काम करने वाले समूह का गठन किया है. भारत में राजनीतिक पक्षपात के आरोपों का सामना कर रही अमेरिका की कंपनी ने कहा है कि उसकी टीमें सभी तरह के राजनीतिक दलों को ट्विटर के अच्छे से इस्तेमाल के लिए प्रशिक्षित कर रही हैं.
यह भी पढ़ें- पुराने इलेक्ट्रॉनिक सामान से दिव्यांगों के लिए किया 3-व्हीलर्स का निर्माण, Tweet कर की सरकार से लोन की उम्मीद
ट्विटर ने बयान जारी कर कहा, 'अमेरिका, ब्राजील और मेक्सिको जैसे दुनिया के विभिन्न देशों में हाल में हुए चुनावी मॉडल की तर्ज पर ट्विटर ने एक आंतरिक, विभिन्न स्तरों पर काम करने वाले समूह का गठन किया है. यह समूह पूरी चुनावी अवधि में चुनावों की निष्पक्षता बनाये रखने की दिशा में काम करेगा.'
यह भी पढ़ें- Pulwama attack :सिद्धू का समर्थन देकर फिर विवादों में फंसे कपिल शर्मा, Twitter पर उठी शो को बॉयकॉट करने की मांग
बता दें कि आईटी विभाग से संबंधित संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने जानकारी दी थी कि ट्विटर (Twitter) के सीईओ जैक डोरसी को 25 फरवरी को समिति के सामने उपस्थित होने को कहा गया है. ट्विटर सीईओ के पेश होने से इंकार करने के बाद समिति के सदस्यों ने इसे गंभीरता से लिया गया था. ट्विटर के स्थानीय कार्यालय के प्रतिनिधि समिति के सामने पेश होने के लिए पहुंचे थे लेकिन उन्हें बैठक में नहीं बुलाया गया. आईटी विभाग से संबंधित संसद की स्थायी समिति ने एक फरवरी को एक आधिकारिक पत्र लिखकर ट्विटर को सम्मन जारी किया था.
Source : PTI