जब से माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्वीटर के मालिक एलन मस्क बने हैं, तब कंपनी में स्थिरता का दौर खत्म हो गया है. मस्क कॉस्ट-कटिंग के नाम पर लगातार नए-नए निर्णय ले रहे हैं. इस बीच भारत में ट्वीटर के तीन में से दो दफ्तरों को बंद करने का निर्णय लिया गया है. कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया है. गौरतलब है कि ट्विटर को मस्क द्वारा टेकओवर करने के तुरंत बाद ही भारत में 200 कर्मियों को निकाल दिया गया था. अब रिपोर्ट ये है कि ट्विटर इंडिया ने दिल्ली और मुंबई में अपने दफ्तरों पर ताला लगा दिया है. बस कंपनी के बेंगलुरू दफ्तर को नहीं छेड़ा गया है. यहां पर अधिकतर इंजीनियर काम करते हैं. सूत्रों का कहना है कि यह कदम 2023 के अंत फाइनेंशियली स्टेबल करने की योजना के तहत है. मस्क का प्लान है कि कंपनी को कम से कम किस तरह से चलाया जाए.
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कंपनी का रेवन्यू नहीं
बताया जा रहा है कि भारतीय बाजार में ट्विटर नुकसान झेल रहा है. ट्विटर के जिस प्रकार के सब्सक्राइबर्स हैं, उस हिसाब से कंपनी का रेवन्यू नहीं है. इसके मुकाबले अमेरिकी सोशल मीडिया साइट्स मेटा और गूगल का भारतीय बाजार फायदे में है. इन कंपनियों के भारत में सब्सक्राइबर बेस बेहतर है. यहां पर इंटरनेट का उपयोग बढ़ रहा है. इसके साथ भारत में ऑनलाइन बिजनेस में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इस कारण मेटा और गूगल को नुकसान कम है.
मस्क की कंपनी को मुनाफा नहीं हो रहा
ट्विटर एक बहुचर्चित फोरम बन चुका है. यहां पर ऐसे सैलेब्रिटी हैं, जिनके लाखों में फॉलोवर्स हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के फॉलोअर्स की संख्या 865 मिलियन है. ट्विटर के सक्रिय यूजर्स की संख्या बेहतरीन है. यहां पर शेयर की जाने वाली जानकारी को विश्वसनीय माना जाता है. इसके बावजूद मस्क की कंपनी को मुनाफा नहीं हो रहा. इसके साथ बिजनेस के मामले में भी फिसड्डी है.
HIGHLIGHTS
- तीन में से दो दफ्तरों को बंद करने का निर्णय लिया
- कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया है
- भारत में 200 कर्मियों को निकाल दिया गया था