ट्विटर के बाद अब व्हाट्सएप और फेसबुक की मुश्किलें बढ़ सकती है. दिल्ली हाई कोर्ट ने व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर जारी CCI यानि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की जांच पर रोक लगाने से इंकार कर दिया. व्हाट्सएप और उसकी पैरेंट कंपनी फेसबुक ने दिल्ली HC से 4 जून के नोटिस पर रोक लगाने की मांग की थी, जिसमे CCI ने प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर व्हाट्सएप से जानकारी मांगी थी. साफ़ है कि अब व्हाट्सएप को प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर CCI की जाँच में सहयोग करना होगा, CCI की आपत्तियों पर सफाई देनी होगी. हालांकि अगली सुनवाई तक उनके खिलाफ फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं होगी.
दिल्ली HC ने अवकाशकालीन बेंच ने अपने आदेश में कहा - CCI की जांच के खिलाफ व्हाट्सएप की अर्जी पहले से ही दूसरी बेंच के सामने लंबित है, जिस पर 9 जुलाई को सुनवाई होनी है . उस बेंच ने भी CCI को नोटिस जारी करते हुए जाँच पर रोक लगाने से इंकार किया था.लिहाजा अवकाशकालीन बेंच का भी रोक का कोई औचित्य नहीं बनता. हालाकि दिल्ली HC ने कहा- हम DG,CCI से आग्रह करेगे कि वो ये ध्यान में रखे कि whatsapp के खिलाफ जांच की न्यायिक समीक्षा कोर्ट कर रहा है है,9 जुलाई को जिस पर सुनवाई होनी है.यानि कोर्ट ने सुझाव तो दे दिया किCCI अभी जांच तो जारी रखेगा पर 9 जुलाई तक कोई कार्रवाई नहीं होगी.
व्हाट्सएप और फेसबुक की दलील
व्हाट्सएप और फेसबुक की ओर से पेश वकील हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी का कहना था कि प्राइवेसी पॉलिसी और CCI की जांच के खिलाफ मसला पहले ही हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है. इन सब के बीच CCI ने जो नोटिस जारी किया है, उस पर रोक लगनी चाहिए .साथ ही CCI को व्हाट्सएप के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई से रोका जाना चाहिए
CCI का एतराज क्या है
दरअसल व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी में यूजर्स का डाटा फेसबुक और उसकी दूसरी कंपनियों से साझा कर सकता है. सीसीआई का कहना हैं कि इस तरह का डाटा फेसबुक को दूसरी कंपनियों पर गैरवाजिब बढ़त देगा और प्रतिस्पर्धा में आगे रखेगा.
HIGHLIGHTS
- ट्विटर के बाद अब व्हाट्सएप और फेसबुक की मुश्किलें बढ़ सकती है
- प्राइवेसी पॉलिसी और CCI की जांच के खिलाफ मसला पहले ही हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है
- नई प्राइवेसी पॉलिसी में यूजर्स का डाटा फेसबुक और उसकी दूसरी कंपनियों से साझा कर सकता है