बीजेपी के दो नेताओं तरुण विजय और तेजस्वी सूर्या ने मंगलवार को बौद्ध भिक्षु कुमारजीव से जुड़े स्थानों की अपनी 11,050 किलोमीटर लंबी यात्रा शुरू की. कुमारजीव भारतीय बौद्ध भिक्षु थे जो चौथी शताब्दी ई.पू. में बौद्ध धर्म को भारत से चीन ले गए और चीनी समाज और संस्कृति पर स्थायी प्रभाव छोड़ा. पूर्व सांसद विजय और दक्षिण बेंगलुरु से मौजूदा सांसद सूर्या ने 'व्हाइट हॉर्स' शिवालय में पूजा कर अपनी यात्रा आरंभ की. माना जाता है कि यहीं पर उनका पहली बार आगमन हुआ था.
यह भी पढ़ें: कांग्रेस-राकांपा को खरीद-फरोख्त के प्रयासों का साक्ष्य देना चाहिए : भाजपा नेता
शिवालय कुमारजीव के श्वेत अश्व की याद में बनाया गया था. विजय ने एक बयान में कहा, 'जुआनजैंग और फ़ैक्सियान जैसे चीनी यात्री भारत में पाठ्य पुस्तकों में उल्लिखित अपनी कहानियों के चलते अच्छी तरह से जाने जाते हैं, जबकि कुमारजीव, जिनका चीनी समाज और संस्कृति पर सबसे बड़ा प्रभाव था को शायद ही भारत में याद किया जाता हो.'
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: देवेंद्र फडणवीस के बयान पर शिवसेना ने दिया ये जवाब, बोले- हम चाहें तो सरकार...
उन्होंने कहा, 'वह दोनों देशों और लोगों के बीच सबसे मजबूत सेतू हैं इसलिए हम उनकी याद में, भारत में उनके महान कार्यों को पुनर्जीवित करने और कुमारजीव के माध्यम से चीनी युवाओं के साथ फिर से जुड़ने के लिए यहां आए हैं. कुमारजीव का चीन में बहुत सम्मान किया जाता है और उनके बारे में अध्ययन किया जाता है.'
Source : Bhasha