भारतीय नौसेना बुधवार से हिंद महासागर क्षेत्र में अमेरिकी नौसेना कैरियर स्ट्राइक ग्रुप, रोनाल्डो रीगन के साथ नौसैनिक अभ्यास में भाग ले रही है. यह दो दिवसीय अभ्यास आज और कल दो दिन चलेगा. यह दोनों नौसेनाओं के बीच बढ़ते परिचालन सहयोग को दर्शाता है. भारतीय वायुसेना ने कहा कि वह अभी हिंद महासागर क्षेत्र में तैनात अमेरिकी सीएसजी के साथ अभ्यास के दौरान वहीं की नौसेना के साथ संचालन संबंधी कार्य में भी हिस्सा लेगी. अधिकारियों ने जानकारी दी कि इंडियन नेवी के पोत कोच्चि और तेग के साथ-साथ P8I समुद्री निगरानी विमान का बेड़ा और मिग 29 जेट इस अभ्यास में शामिल होंगे.
इस दो दिवसीय अभ्यास का उद्देश्य समुद्री संचालन में व्यापक रूप से एकीकृत और समन्वय करने की क्षमता का प्रदर्शन करके अमेरिका से द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग को मजबूत करना है. इस दो दिवसीय अभ्यास में उच्च गति के संचालन में उन्नत वायु रक्षा अभ्यास, क्रॉस डेक हेलीकॉप्टर संचालन और पनडुब्बी रोधी अभ्यास शामिल हैं. इस अभ्यास में दोनों देशों की सेना अपने युद्ध-लड़ाई कौशल को सुधारने और समुद्री क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत बल के रूप में अपनी अंतःक्रियाशीलता को बढ़ाने का प्रयास करेंगे.
भारतीय वायु सेना ने कहा कि वह भी अभी हिंद महासागर क्षेत्र में तैनात अमेरिकी सीएसजी के साथ अभ्यास के दौरान वहां की नौसेना के साथ संचालन संबंधी कार्य में भी भाग लेगी.नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय नौसेना के पोत कोच्चि और तेग के साथ-साथ P8आई समुद्री निगरानी विमान का बेड़ा और मिग 29के जेट इस अभ्यास में हिस्सा लेंगे.
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि इस दो दिवसीय अभ्यास का लक्ष्य द्विपक्षीय संबंध एवं सहयोग को और मजबूत बनाना है.
Source : Madhurendra Kumar