पाकिस्तान में लापता हुए दो भारतीय मौलवी सोमवार सुबह सुरक्षित दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए। इनमें दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह के आसिफ अली निजामी और उनके भतीजे नजीम अली निजामी शामिल हैं।
दरगाह लौटने के बाद नजीम निजामी ने पत्रकारों से कहा, 'पाकिस्तान में उम्मत नाम का एक अखबार है जिसने उन दोनों के बारे में रॉ का एजेंट होनी की गलत बात छापी थी। मैं सुषमा स्वराज और भारत सरकार का शुक्रिया करता हूं।'
खबरों के मुताबिक दोनों अपने परिजनों के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर सकते हैं। बता दें कि इन दोनों के पाकिस्तान में लापता होने का मामला गर्माने के बाद पाकिस्तान ने शनिवार को भारत को बताया था कि दोनों मौलवियों का पता चल गया है और वे कराची पहुंच चुके हैं।
इसके बाद सुषमा स्वराज ने भी इसकी पुष्टि करते हुए बताया था कि दोनों सुरक्षित हैं और सोमवार को दिल्ली लौट आएंगे। सुषमा ने दोनों का पता लगाने के लिए नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से बात की थी।
आसिफ निजामी 82 जबकि नाजिम अली 66 साल के हैं। आसिफ निजामी अपनी बहन से मिलने आठ मार्च को अपने भतीजे नाजिम अली निजामी के साथ पाकिस्तान गए थे। जिसके बाद दोनों लापता हो गए थे। हालांकि अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि दोनों आखिर कैसे लापता हो गए।
हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक यह दोनों सिंध प्रांत के बेहद अंदरूनी इलाके में थे, जहां संचार की सुविधा आसानी से उपलब्ध नहीं है। इसलिए वह अपने रिश्तेदारों को सूचना नहीं दे सके थे।
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Source : News Nation Bureau