भारत और पाकिस्तान के बीच सरहद पर सीजफायर लागू हैं, मगर आतंकिस्तान कहे जाना वाला पड़ोसी मुल्क देश के खिलाफ लगातार साजिशें रच रहा है. सरहद पार से पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ करा अशांति फैलाने में लगा है. इस बीच सीमा पार से अब ड्रोन वाली साजिश रची जा रही है. जम्मू में एयरबेस स्टेशन के अंदर हुए विस्फोट के बाद यहां लगातार संदिग्ध ड्रोन की गतिविधियां बढ़ने लगी हैं. हर दिन जम्मू में सैन्य ठिकानों के आसपास संदिग्ध ड्रोन उड़ान भरते नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को तड़के कालूचक और कुंजावनी में फिर से संदिग्ध ड्रोन हवा में उड़ते देखे गए हैं.
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ड्रोन दिखने की दूसरी घटना
बताया जा रहा है कि कालूचक और कुंजावनी में बुधवार तड़के डिफेंस कैंप के पास संदिग्ध ड्रोन गतिविधि देखी गई. कलुचक इलाके में आज सुबह करीब 4 बजकर 40 मिनट पर गोस्वामी एन्क्लेव के पास संदिग्ध ड्रोन नजर आया. इसके बाद फिर करीब 4 बजकर 52 मिनट पर कुंजवानी इलाके में एयरफोर्स सिग्नल के पास भी ड्रोन देखा गया. बताया जा रहा है कि ये ड्रोन करीब 800 मीटर की ऊंचाई पर था. आपको बता दें कि इन दोनों इलाकों में ड्रोन दिखने की यह दूसरी घटना है.
इससे पहले मंगलवार रात को जम्मू के रत्नुचक इलाके के कुंजवानी में संदिग्ध ड्रोन गतिविधि देखी गई. जबकि सोमवार की रात कालूचक मिलिट्री स्टेशन पर तड़के 3 बजे 2 ड्रोन देखे गए. हालांकि एयरफोर्स स्टेशन पर हुए हमले के बाद से ही अलर्ट सेना ने इस पर तुरंत एक्शन लिया और ड्रोन देखते ही उस पर 20 से 25 राउंड की फायरिंग की. फायरिंग के बाद रात के अंधेरे में ड्रोन गायब हो गए. बता दें कि पिछले 4 दिन में करीब अब तक 7 ड्रोन दिखाई दे चुके हैं, जो जम्मू में अलग अलग सैन्य ठिकानों के पास नजर आए.
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उधर, जम्मू में वायुसेना स्टेशन (एएफएस) पर ड्रोन हमले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है. एनआईए घटना के तुरंत बाद से अन्य एजेंसियों के साथ काम कर रही है. जम्मू में वायुसेना स्टेशन पर विस्फोट के पीछे ड्रोन वाली साजिश की बात कही जा रही है. बता दें कि 26-27 जून की मध्यरात्रि में जम्मू एयरबेस स्टेशन के अंदर दो विस्फोट हुए थे. जिसमें तकनीकी क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. जिसकी शुरुआत जांच में सामने आया कि यह विस्फोट ड्रोन के जरिए किए गए. इसके पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों का हाथ होने का संदेह है.
HIGHLIGHTS
- जम्मू में फिर ड्रोन अटैक की साजिश!
- हर दिन बढ़ रहीं ड्रोन की गतिविधियां
- सैन्य ठिकानों के आसपास आ रहे नजर